90 के दशक में एक फीमेल कॉमेडियन अक्सर हमें हर दूसरी फिल्म में नजर आ जाती थीं। जॉनी लीवर के बाद यदि किसी का नाम कॉमेडी के मामले में आता था तो वो थीं गुड्डी मारुति। आज की पीढ़ी शायद ही इन्हें पहचानती हो लेकिन एक जमाने में इनका सिक्का चलता था। गुड्डी अपनी कॉमेडी से लोगों को हंस कर लोट-पोट कर देती थीं ।
अपने लाजवाब एक्टिंग टैलेंट और कॉमिक टाइमिंग से गुड्डी ने ऑडिएंस के दिलों में अपना एक अलग मुकाम बनाया । गुड्डी मारुति के पिता मारुतीराव परब भी अपने जमाने के अभिनेता-निर्देशक रहे हैं। गुड्डी ने अपना सरनेम अपने पिता के नाम से ही लिया है। गुड्डी मारुति ने अपने करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकार 10 साल की उम्र में ‘जान हाज़िर है’ फ़िल्म से की थी. लेकिन बेहद कम उम्र में पिता की मौत के बाद गुड्डी ने अपने परिवार को संभालने के लिए अभिनय जारी रखा ।
गुड्डी मारुति को उनकी शारीरिक बनावट के चलते अधिकतर फ़िल्मों में कॉमेडी किरदार ही ऑफ़र होते रहे. साल 1995 में गुड्डी मारुति और व्रजेश हिरजी ने स्टैंड-अप कॉमेडी शो ‘सॉरी मेरी लॉरी’ किया था. इस शो से इन दोनों को काफ़ी प्रसिद्धि मिली थी. 80 के दशक से लेकर अब तक वो क़रीब 100 फ़िल्मों में काम कर चुकी हैं।
गुड्डी मारुति ने साल 2006 में करियर से ब्रेक लिया और साल 2015 में उन्होंने कॉमेडी फ़िल्म ‘हम सब उल्लू हैं’ के साथ बॉलीवुड में अपना करियर शुरू किया। पिछले 22 सालों में गुड्डी 10 से भी कम बॉलीवुड फ़िल्मों में दिखीं हैं। गुड्डी ने 2020 में संजय मिश्रा की कॉमेडी फ़िल्म ‘कामयाब’ में काम किया था।
अब क्या कर रही हैं गुड्डी?
गुड्डी मारुति इन दिनों टेलीविजन शोज़ में व्यस्त हैं। वो साल 2012 में ‘मिसेज़ कौशिक की पांच बहुएं’, साल 2013 में ‘डोली अरमानों की’, साल 2018 में ‘ये उन दिनों की बात है’ और साल 2019 में ‘हेल्लो ज़िंदगी’ सीरयल में नज़र आई थीं। बॉलीवुड के मुक़ाबले अब उन्हें टीवी पर काफ़ी पसंद किया जा रहा है। गुड्डी मारुति पहले बहुत मोटी हुआ करती थीं यहां तक कि उन्हें ‘टुनटुन’ की उपाधि तक दे दी गई थी, लेकिन अब वो बेहद पतली हो गईं हैं। 60 साल की उम्र में गुड्डी मारुति आज लोगों के लिए फैट टू फिट का परफ़ेक्ट उदहारण बन चुकी हैं ।