शाकाल के हाथ में जितने पत्ते होते हैं, उतने ही पत्ते उसकी आस्तीन में होते हैं… यह डायलॉग सुनते ही आपको जरूर बॉलीवुड के शाकाल की याद आ गई होगी। साल 1980 में आई फिल्म ‘शान’ ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। फिल्म में खतरनाक विलेन का किरदार निभाने वाले ‘शाकाल’ यानि कुलभूषण खरबंदा ने खूब वाहवाही बटोरी थी। शान फिल्म में दमदार किरदार ने कुलभूषण खरबंदा के स्टारडम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया था।
इसके बाद कुलभूषण खरबंदा का नाम बॉलीवुड के उम्दा कलाकारों की लिस्ट में शुमार हो गया। कुलभूषण खरबंदा ने बतौर थिएटर आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्हें कालेज के दिनों से ही एक्टिंग का बड़ा शौक था, यही वजह थी कि उन्होंनें कॉलेज के दिनों से की नाटकों में भाग लेना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं कुलभूषण खरबंदा ने अपनी ग्रेजुएशन खत्म कर दोस्तों के साथ एक थिएटर शुरू किया था।
मिर्जापुर-2 में आए थे नजर
कुलभूषण खरबंदा कई सारी फिल्मों में नकारात्मक किरदार निभा चुके हैं। वे ‘शक्ति’, ‘घायल’, ‘जो जीता वही सिकंदर’, ‘गुप्त’, ‘बॉर्डर’, ‘यस बॉस’, ‘रिफ्यूजी’ जैसी सफल फिल्मों में काम कर चुके हैं। फिल्म के निर्माताओं ने उन्हें गोधुली और मंथन में देखा था। फिल्म गोधुली में भी वे गंजे थे। यही वजह है कि उन्हें शाकाल का किरदार ऑफर हुआ।