गले में जब गांठ होता है तो इससे आपको ज़्यादा दर्द नहीं होता है।लेकिन दर्द नहीं होने के बावजूद भी इससे कई समस्याएं हो सकती हैं।
Lump in throat: कई लोगों को गले में गांठ की समस्या हो जाती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आपके गले की चर्बी बढ़ी हुई है। बल्कि ऐसा तब होता है जब गले में या गले की मांसपेशियों में दबाव बढ़ जाता है। दरअसल जब गले की मांसपेशियों में खिंचाव होता है तब हमें गले में गांठ जैसा महसूस होने लगता है। ज़्यादातर यह समस्या एसिड रिफ्लक्स के वजह से होती है। गले में जब गांठ होता है तो इससे आपको ज़्यादा दर्द नहीं होता है। लेकिन दर्द नहीं होने के बावजूद भी इससे कई समस्याएं हो सकती हैं। जैसे गले में गांठ होने पर आपको निगलने में समस्या होगी या गले के आसपास उभरी हुई गांठ नज़र आएगी।
डॉक्टर और विशेषज्ञों के अनुसार गले में गांठ जैसा महसूस होना सिर्फ़ एक अनुभव की तरह होता है। बल्कि सच्चाई तो यह है कि गले में किसी तरह का गांठ (Lump in Throat Cause) विकसित नहीं होता। लेकिन खिंचाव के कारण मरीज़ को हमेशा गले में गांठ जैसा महसूस होता है। लेकिन अगर इससे आपको बहुत ज़्यादा परेशानी हो तो आप डॉक्टर से इसका ज़रूर इलाज़ करवाएं। आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ और मुख्य बातों को।
गले में गांठ होने के लक्षण (Symptoms of lump in throat)
गले में गांठ जैसा महसूस होने के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे-
:- सीने में जलन होना
:- सांस लेने में परेशानी होना
:- निगलने में गांठ जैसा लगना या दर्द होना
:- गले में घुटन या फिर कुछ फंसने जैसा महसूस होना
:- गले के आसपास कुछ बंधा हुआ महसूस होना
:- गले में गांठ जैसा लगना
:- गले में बार-बार खराश होना
:- गले में बलगम और द्रव जैसा कुछ महसूस होना
गले में गांठ होने के गंभीर लक्षण (Major symptoms of lump in throat)
जिस तरह गले में गांठ जैसा महसूस होने के कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं। ठीक उसी तरह इसके कुछ गंभीर लक्षण भी नज़र आ सकते हैं, जैसे-
:- गले के आसपास चर्बी जैसा महसूस होना
:- उल्टी होना
:- गले में गांठ के साथ-साथ इन्फेक्शन जैसा महसूस होना
:- तेजी से वज़न घटना
:- कुछ निगलने के दौरान दर्द होना
:- दम घुटने जैसा लगना
गले में गांठ होने के कारण (Causes of lump in throat)
गले में गांठ होने के कई कारण होते हैं। इन कारणों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों शामिल है। आइए जानते हैं इसके कुछ मुख्य कारणों को-
:- जब मांसपेशियां सही ढंग से काम नहीं कर पाती हैं तो इसके कारण गले में गांठ होने की समस्या हो जाती है।
:- कभी-कभी गले की मांस पेशियों के आसपास अधिक खिंचाव या तनाव जैसा महसूस होता है। इसके कारण भी गले में गांठ जैसा लगने लगता है।
:- थायराइड के मरीजों को भी गले में गांठ होने की समस्या महसूस हो सकती है।
:- जिन लोगों को एसिड रिफ्लक्स की बीमारी होती है, उन लोगों में भी गांठ की समस्या पाई जाती है।
:- कई बार टॉन्सिलाइटिस की समस्या होने पर भी गले में गांठ की समस्या हो जाती है।
:- जो लोग लंबे समय से साइनस की समस्या से परेशान हैं, उनके गले में भी गांठ की शिकायत हो सकती है।
:- गले में ट्यूमर की समस्या होने पर भी गले में गांठ जैसा महसूस हो सकता है।
:- कई बार शरीर में भोजन की नली का स्फिंक्टर यंत्र ठीक से काम नहीं करता है। इस वजह से भी गले में गांठ होने जैसी समस्या हो सकती है।
:- इनके अलावा कई बार मानसिक तनाव या स्थितियों के कारण भी गले में गांठ होने जैसा महसूस होता है।
गले में गांठ के जोखिम (Risk factor of lump in throat)
:- मुंह में पर्याप्त मात्रा में लार नहीं बनना
:- बार-बार गले साफ़ करने का आदत का होना
:- चिल्लाने या अधिक बोलने वाले लोगों को
:- तेज़ आवाज़ में बोलना या
:- ईगल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में गले में गांठ होने के रिस्क अधिक होते हैं।
गले में गांठ का परीक्षण (Diagnosis of lump in throat)
जब किसी व्यक्ति के गले में गांठ की समस्या होती है तो डॉक्टर सबसे पहले उसका शारीरिक परीक्षण करते हैं। शारीरिक जांच के दौरान डॉक्टर आपके गले के आसपास छूकर पता लगाते हैं। इस दौरान डॉक्टर आपसे कुछ सवाल या लक्षणों के बारे में भी पूछ सकते हैं। जैसे कि आपको किस तरह का लक्षण महसूस हो रहा है?
या फिर कि क्या आपके गले में किसी तरह की ठोस वस्तु फंस गई है? इन्हीं लक्षणों के आधार पर डॉक्टर आपके इस समस्या का इलाज़ करते हैं। और अगर बीमारी का स्पष्टीकरण नहीं हुआ तो डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह भी दे सकते हैं। जैसे-
c-spine एक्सरे:- सीस्पाइन अक्सर एक तरह का सामान्य एक्स-रे होता है। इसके द्वारा गले की गांठ और हड्डी के बढ़ने का पता लगाया जा सकता है।
एंडोस्कोपी:- इस जांच के दौरान मरीज़ के नाक में एक पतली और पतली ट्यूब डाली जाती है। जिसके दूसरे सिरे पर कैमरा और लाइट लगा होता है। इस पाइप के माध्यम से डॉक्टर बीमारी का पता लगाने की कोशिश करते हैं।
अल्ट्रासाउंड:- अल्ट्रासाउंड के द्वारा भी गले में हुए गांठ का पता लगाने की कोशिश की जाती है।
बेरियम एक्सरे:- इस एक्स-रे के दौरान मरीज़ को बेरियम नाम की एक डाई पिलाई जाती है। उसके बाद मरीज के गले का एक्सरे किया जाता है। उसके बाद एक्स-रे की फोटो के द्वारा गले में हुई परेशानी का पता लगाया जाता है।
गले में गांठ का इलाज़ (Treatment of lump in throat)
गांठ के कारण जब आपके गले की स्थिति गंभीर हो जाती है तो ऐसे में डॉक्टर को दवाइयां देंगे। और यदि आपको गांठ महसूस होने के कारण ज़्यादा परेशानी नहीं है तो इससे डरने की कोई बात नहीं है। इस समस्या में डॉक्टर आपका कई तरीक़े से इलाज़ करते हैं, जैसे-
:- डाक्टर आपको आपके लाइफ स्टाइल में बदलाव लाने के लिए कहेंगे।
:- डॉक्टर आपको गले में एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए कई चीजों को खाने से मना कर सकते हैं। जैसे मसालेदार खाना, अल्कोहल, चाय, कॉफी या कैफ़ीनयुक्त खाद्य पदार्थ। क्योंकि इनके सेवन से एसिड रिफ्लक्स बढता है।
:- आपको डॉक्टर के द्वारा स्पीच और लैंग्वेज थेरेपी लेने की सलाह भी दी जा सकती है।
:- इसके इलाज़ में आपको चिंता और तनावमुक्त जीवन जीने की सलाह दी दी जाती है।
गले में गांठ से बचाव (Precautions for lump in throat)
ऐसा माना जाता है कि गले में गांठ जैसा महसूस होने का एकदम सही कारण पता नहीं लगाया जा सकता। इसलिए डॉक्टर के द्वारा ज़्यादातर आपको लाइफ स्टाइल में बदलाव लाने को ही कहा जाता है। लेकिन आप ख़ुद से भी गले में गांठ से बचाव का उपाय कर सकते हैं। इसके लिए आप-
अपने गले को आराम दें
अगर आप साइनस, टॉन्सिल, सर्दी, जुखाम इत्यादि जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो अपने गले को ज़्यादा से ज़्यादा आराम दें। क्योंकि जब गले में गांठ जैसा महसूस होता है तब गले की मांस पेशियों में सूजन आने लगता है। इससे आपको दर्द भी हो सकता है। और (strong Lump in Throat Causes) गले पर दबाव पड़ने से आपकी परेशानी और भी बढ़ सकती है। इसलिए ऐसी स्थिति में ज्यादा बोलना ठीक नहीं होता है। ऐसे समय में कोशिश करें कि अपने गले को ज़्यादा से ज़्यादा आराम दें।
अधिक मात्रा में पानी पिएं
अगर आप अधिक मात्रा में पानी पीते हैं तो इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आपको 1 दिन में कम से कम 7 से 8 गिलास पानी पीना चाहिए। क्योंकि पानी पीने से आपके गले की मांसपेशियों को आराम मिलेगा। इसके अलावा आपके शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा भी बनी रहेगी।
कैफ़ीन का सेवन नहीं करें
गले में गांठ जैसा महसूस होने पर आप कैफीनयुक्त चीज़ें जैसे चाय, कॉफ़ी और कोल्डड्रिंक्स के सेवन से बचें। क्योंकि कैफ़ीन युक्त पेय पदार्थों के सेवन से आपका गला सूखने लगता है। इससे आपकी समस्या और भी बढ़ सकती है।
धूम्रपान करने से बचें
ऐसी स्थिति में धूम्रपान का सेवन करना भी आपके लिए खतरनाक हो सकता है। धूम्रपान के सेवन से आपका गला सूखने लगता है। अगर आपको साइनस की समस्या है तो आपके ऊपर धूम्रपान का और भी ज़्यादा बुरा असर पड़ सकता है।
गले में गांठ की जटिलताएं (Complications of lump in throat)
सामान्यतः गले में गांठ जैसा महसूस होने पर कोई गंभीर समस्या नहीं होती। और इसके कोई गंभीर जटिलता भी पैदा नहीं होती है। लेकिन यदि आप इसके गंभीर लक्षणों को नज़रअंदाज़ करेंगे तो आपको गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे-
:- भोजन की नली का संकुचित होना
:-भोजन की नली में कैंसर या
:- वॉइस बॉक्स का कैंसर होना।
इस तरह आप कभी भी गले में गांठ जैसा महसूस होने पर उसे नज़रअंदाज़ ना करें। आप तुरंत किसी गले के विशेषज्ञ से मिलें। वर्ना आपको कुछ गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।