हाल ही में भारतीय मूल के पराग अग्रवाल ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बने ।जिनके बारे में काफी चर्चा भी हुई। क्योंकि एक भारतीय ने इस पद को संभाला । लेकिन आज हम भारतीय मूल के एक ऐसे सीईओ के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनका चेहरा उनके 900 कर्मचारी शायद ही देखना पसंद करें। क्योंकि जनाब ने सिर्फ 2 मिनट की जूम मीटिंग में करीब 900 लोगों को उनके काम से हटा दिया। दूसरे शब्दों में कहे तो उन्होंने अपनी कंपनी में बड़ी छंटनी कर डाली। इस अनोखे सीईओ को नाम विशाल गर्ग है।
क्यों की गई 900 कर्मचारियों की छंटनी?
ऐसा बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की संख्या कंपनी में काम करने वालों का करीब नौ फीसदी है। सीईओ ने कर्मचारियों की बाजार दक्षता, प्रदर्शन और उत्पादकता का हवाला देते हुए काम से हटाया। जूम पर ‘ऑनलाइन मीटिंग’ के दौरान मकान मालिकों को आवास ऋण समेत कई प्रकार की सेवाएं देने वाली बेटर डॉट कॉम के सीईओ विशाल गर्ग ने अचानक ही अपने 9 फीसदी स्टाफ को खुद घटा दिया।
विशाल ने अपने कर्मचारियों से कहा, ‘ यदि आप इस वेबिनार में हैं, तो आप उस दुर्भाग्यपूर्ण समूह का हिस्सा हैं जहां छंटनी की जा रही है। आपको तत्काल प्रभाव से नौकरी से हटाया जा रहा है।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वेबिनार में 900 कर्मचारी शामिल हुए थे। जिन्हें छुट्टियां शुरु होने से पहले ही काम से निकाला गया है। सीईओ ने कहा कि कर्मचारियों को मानव संसाधन विभाग से ई-मेल प्राप्त होगा। जिसमें लाभ और नौकरी से हटाए जाने के बारे में सारी जानकारियां दी जाएंगी।
आइए जानते हैं कौन हैं विशाल गर्ग
विशाल गर्ग एक डिजिटल-फर्स्ट होम ओनरशिप कंपनी, बेटर डॉट कॉम नाम की कंपनी चलाते हैं। विशाल इसी कंपनी के संस्थापक और सीईओ भी हैं ।गर्ग एक निवेश होल्डिंग कंपनी वन जीरो कैपिटल के संस्थापक के अलावा हिस्सेदार भी हैं।
विशाल गर्ग सात साल की उम्र में अपने परिवार के साथ भारत से न्यूयॉर्क चले गए। उन्होंने वित्त और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का अध्ययन करने के लिए न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में दाखिला लिया।फिर उन्होंने माई रिच अंकल नाम की कंपनी बनाई। सात साल के भीतर उनकी कंपनी सार्वजनिक हो गई। जिसे बाद में बैंक ऑफ अमेरिका ने खरीदा।