भला चाय किसे पसंद नहीं होगी। बहुत कम लोग ही होंगे, जो चाय पसंद नहीं करते होंगे। भारत में चाय के शौकीन बहुत ज्यादा हैं। किसी के घर जाओ तो स्वागत में चाय मिलती है, दोस्तों से मिलो तो चाय की चुस्कियों के साथ बातें शुरू होती हैं। चाय पीने के बाद जो आनंद और ताजगी का अहसास होता है, वह उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है, शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
वही, अब दुनियाभर में अपनी महंगे दामों वाली चाय के लिए मशहूर ‘लंदन टी एक्सचेंज’ (London Tea Exchange) भारत में अपने स्टोर खोलने वाली है। जिसके प्रोडक्ट लिस्ट में करोड़ों की कीमत वाली चाय भी मौजूद है।
13 करोड़ की एक किलो चाय
‘लंदन टी एक्सचेंज’ दुनिया की सबसे महंगी गोल्डन चाय बेचने के लिए भी जाना जाता है। गोल्डन टी की पत्तियां बांग्लादेश के सिलहट से आती हैं। इसे ‘सोनार बांग्ला’ भी कहते हैं, जिसका मतलब है- गोल्डन बांग्लादेश… इस गोल्डन चाय की कीमत 13 करोड़ रुपये प्रति किलो है। कहना गलत नहीं होगा कि इतनी कीमत में कोई इंसान एक आलीशान घर खरीदने के सपने देखता है।
‘लंदन टी एक्सचेंज’ इंडिया के डायरेक्टर शाहिद रहमान ने बात करते हुए बताया कि, ‘वह आने वाले तीन सालों में भारत में 200 से अधिक स्टोर्स खोलने का प्लान कर रहे हैं। कंपनी सबसे पहले नई दिल्ली और बेंगलुरु में स्टोर्स खोलेगी। इतना ही नहीं इन स्टोर्स में चाय के साथ ही कॉफी भी सर्व की जाएगी।’
रानी के शौक के लिए बना था ‘लंदन टी एक्सचेंज’
आपको जानकर हैरानी होगी कि ‘लंदन टी एक्सचेंज’ (LTE) की शुरुआत एक रानी के शौक को पूरा करने के लिए की गई थी। इंग्लैंड के राजा चार्ल्स द्वितीय ने 1552 में अपनी पत्नी के चाय के शौक को पूरा करने के लिए इसे शुरू किया था। मालूम हो की चार्ल्स द्वितीय की शादी पुर्तगाल की राजकुमारी कैथरीन ब्रैगेंजा से हुई थी, जो की चाय की बहुत शौकीन थी।