Mustard Oil In Delhi: देश के बाजारों में खाने वाले तेलों (Edible Oil Price) के भाव में कटौती होने लगी हैं। वहीं पिछले सप्ताह विदेशी बाजारों में भी खाने के तेलों के दाम में गिरावट दर्ज हुई थी। अब इसका सीधा असर अब तेल की खुदरा कीमतों पर जल्द ही नजर आएगा। पिछले महिने ही सरकार ने खाद्य तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कीमतों में आई गिरावट का लाभ आम लोगों को भी पहुंचाने के आदेश दिए थे।
बैठक में सरकार ने अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) में करीब 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने का निर्देश दिया था। पिछले महीने कुछ तेल कंपनियों ने सरसों (Mustard oil Price) और सूरजमुखी तेल के दामों में कटौती का ऐलान भी किया था। हालांकि, अभी तक कम हुई कीमतों का असर खुदरा बाजार में बिल्कुल भी नहीं दिखा है।
इसलिए अगर आपको यह लग रहा है कि सरसों के तेल के दाम सिर्फ जनता को राहत देने के लिए घटाएं गए हैं तो आप बिल्कुल ही गलत सोच रहे हैं। सरसों के तेल के दाम इसलिए घटाए गए हैं क्योंकि जनता की खरीदने की कैपेसिटी घटती जा रही है। इस मुकाबले में मार्केट में बिक्री भी पहले से बहुत कम हो चुकी है और बिक्री बढ़ाने के लिए मूल्यों की गिरावट की गई है। ताकि बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने स्टॉक निकाल पाए।
चलिए जानते हैं सरसों तेल के भाव और नए ठोक मंडी रेट
सरसों तेल दादरी- 15,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों कच्ची घानी- 2,400 से लेकर 2,510 रुपये प्रति टिन।
सरसों पक्की घानी- 2,360-2,440 रुपये प्रति टिन।
सरसों तिलहन – 7,490-7,540 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली – 6,710 – 6,845 रुपये प्रति क्विंटल।
तिल तेल मिल डिलिवरी – 17,000 से लेकर 18,500 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना – 7,000 से लेकर 7,100 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का) 4,000 रुपये प्रति क्विंटल।
अब कितना सस्ता होगा तेल
पीटीआई के मुताबिक, सरसों तेल का थोक दाम दिल्ली (Mustard Oil In Delhi ) में अंदाजन 134 रुपये प्रति लीटर है। MRP में इससे पहले की गई 10 रुपये की कटौती के बाद सरसों (Mustard oil Price) तेल का रेट 194 रुपये लीटर हो चुका था। वहीं, अगर सरकार के आदेश के बाद तेल बनाने वाली कंपनियां MRP में 15 रुपये की कटौती करती हैं, तो एक लीटर सरसों तेल का दाम 178-180 रुपये तक हो जाएगा.
भारत ही दुनियाभर में सबसे ज्यादा पाम ऑयल इंपोर्ट (Palm Oil Import) करने वाला देश है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि पिछले महीने खाने वाले तेल के की 300-450 डॉलर प्रति टन तक घट चुकी हैं। इस वजह से अब यह उम्मीद जताई जा रही हैं कि कंपनियां तेल की कीमतों (Edible Oil Price) जल्द ही कटौती का ऐलान कर सकती हैं।