Nagaur News : नागौर एक ऐसी जगह है जो मुगलों के समय से ही मायरा भरने के लिए प्रसिद्ध है। इसी के चलते आज फिर एक बार नागौर का मायरा इतिहास के पन्नों पर छप गया है। नागौर के छह भाइयों ने अपनी बहन के लिए बहुत ही अच्छा मायरा भरा है। बता दे मायरा भरने वाले व्यक्ति दूध व्यापारी हैं उन्होंने अपनी सबसे छोटी बहन के लिए 8 करोड रुपए का मायरा भरा है।
Nagaur News : गांव के लोग मायरा भरने आये भाईयो पर हँसे
आपको बता दे यह दूध व्यापारी नागौर जिले के ढिगसरा गांव में रहते हैं। इनके नाम भागीरथ राम मेहरिया जो कि भाजपा नेता है, अर्जुन राम महेरिया (पूर्व अध्यक्ष अखिल भारतीय वीर तेजा जन्मस्थली संस्थान खरनाल), प्रहलाद, मेहराम, उम्मेदाराम मेहरिया है। इन सब भाइयों ने मिलकर अपनी सबसे छोटी बहन को बहुत ही शानदार मायरा दिया है जो अब इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में छप गया है।
इनकी छोटी बहन भंवरी देवी है जो रायधनु के गोदारा परिवार से नाता रखती हैं। जब यह सारे भाई अपनी बहन के ससुराल मायरा लेकर पहुंचे तो गावं वाले लोग इन पर हंसने लग गए थे क्योकि यह भाई अपनी बहन की चौखट पर बैलगाड़ी से पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही इनके पीछे 1000 गाड़ियों का काफिला, देसी घी, धान, गेहूं और चीनी से भरे हुए नए ट्रैक्टर-ट्रॉली देखे तो पूरा गांव चौक गया।
Nagaur News : पूरे गांव को भी मिला तोहफा
भाइयों में मायरे की शुरुआत अपनी बहन के सिर पर चुनरी ओढ़ाकर की थी। इन्होंने अपनी भांजी की शादी में अपनी बहन को 1000 बीघा जमीन, नेशनल हाईवे पर 1 बीघा का प्लॉट, नए ट्रैक्टर-ट्रॉली, गुड़ का कट्टा, घी से भरा हुआ घड़ा, 1 किलो 125 ग्राम सोना, 14 किलो 250 ग्राम चांदी, 2 करोड़ 2 लाख 31 हजार 101 रुपए मायरे में दिए थे। साथ ही साथ अपनी बहन के गांव वालों को भी उन्होंने एक-एक कंबल और चांदी का सिक्का तोहफे में दिया था।
बता दें कि इससे कुछ समय पहले ही एक भाई ने डेह तहसील के बुरडी गांव में अपनी बहन के लिए 3 करोड रुपए का मायरा दिया था, लेकिन ढिंगसरा गांव के भाइयों ने इतिहास के पन्नों पर अपना नाम लिखा लिया है। नागौर के मायरे सच में बहुत ज्यादा अच्छे होते हैं। पिछले 1 साल से नागौर के मायरे सोशल मीडिया पर छाये हुए है।