करीब 13 साल बाद भारत देश को ओलंपिक मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है लेकिन नीरज चोपड़ा की यह सफर इतना आसान नहीं था जितना दिखता है। जब नीरज चोपड़ा की उम्र 11 साल थी, तब उनका वजन 80 किलो हुआ करता था और जब वह कुर्ता पहन कर अपने गांव में निकला करते थे तब लोग लोग सरपंच सरपंच कह कर चिढाया करते थे ,आज उसी बच्चे ने गोल्ड मेडल लाकर भारत देश का नाम ऊंचा कर दिया है।
बता दे नीरज चोपड़ा अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय बने जिन्होंने व्यक्तिगत इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है। पिछले 23 साल से एथलेटिक्स में भारत को कोई भी पदक नहीं हासिल हुआ था और भारत के 121 साल के ओलंपिक करियर में एथलेटिक्स में यह पहला गोल्ड मेडल है।
गए तो थे वजन कम करने लेकिन जैवलिन थ्रो को अपनी जिंदगी बना लिया
जब नीरज चोपड़ा का वजन हद से ज्यादा बढ़ गया तो उनके परिवार वालों ने उनको जानबूझकर मैदान पर भेजना शुरू किया था और मैदान पर वह कसरत किया करते थे लेकिन एक दिन मैदान पर ही होने वाले जैवलिन थ्रो खेल में उनकी रुचि जागृत हुई और उन्होंने इस खेल में हाथ आजमाया और देखते देखते वह इस खेल में माहिर हो गए।
नीरज ने इस खेल के क्वालीफिकेशन राउंड के पहले प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंककर फाइनल में प्रवेश किया था। क्वालीफिकेशन में उनका प्रदर्शन ने गोल्ड मेडल लाने की उम्मीद बड़ा दी थी। नीरज ने जब जर्मनी के जोहानेस वेटेर को पछाड़ दिया तो उनको ही स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जाने लगा थे। जोहानेस ने भी 85.64 मीटर दूर थ्रो करके ऑटोमेटिक क्वालीफिकेशन प्राप्त किया था लेकिन फाइनल में वह एक दौर के बाद ही प्रतियोगिता से बाहर हो गए थे।
टोक्यो ओलंपिक बना भारत का सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक
भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में अभी तक एक गोल्ड, दो रजत और चार कांस्य सहित कुल सात पदक जीते हैं। नीरज द्वारा गोल्ड मेडल लाने के अलावा, मीराबाई चानू और पीवी सिंधु ने सिल्वर जीता है इसके साथ ही साथ
रवि दहिया, बजरंग पूनिया, लवलीना बोरगेहेन और भारतीय मेंस हॉकी टीम भारत के लिए कांस्य पदक जीत कर लाए है।
2012 लंदन ओलिंपिक में भारत कुल छह मेडल ही जीत पाया था । ओलंपिक में कुल 23 महिला और 60 पुरुष के साथ कुल 83 एथलीटों का ग्रुप गया था और दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज ही भारत लेकर आ पाया था। पहलवान सुशील कुमार और शूटर विजय कुमार एक-एक सिल्वर जीत कर लाए थे और भारतीय शटलर साइना नेहवाल, शूटर गगन नारंग, मुक्केबाज मेरी कॉम और पहलवान योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक भारत को जीत कर दिया था।