नेपाल में शुक्रवार को देर रात 6.5 तीब्रता भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप में आप तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है। और 1000 लोग घायल हो चुके हैं। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले में तमिडंडा इलाके में था। भूकंप का असर भारत और चीन के चीन दोनों में महसूस किया गया था। नेपाल उसे पर्वत श्रृंखला भारतीय टेक्टोनिक प्लेट मिलती हैं। ये हर सदी एक-दूसरे के तकरीबन दो मीटर पास खिसकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप दबाव उत्पन्न होता है और भूकंप आते हैं।
नेपाल में भूंकप से जान माल की हानि
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप माप केंद्र अधिकारियों के अनुसार रात के 11:47 बजे भूकंप आया था। जिसके केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। वही नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड भूंकप प्रभावित क्षेत्र के दौरे के लिए रवाना हुए हैं। साथ ही भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भूकंप के कारण हुई जान माल की हानि पर दुख व्यक्त किया है। नेपाल के अधकारी ने बताया कि नेपाल के सारे हस्पताल जैसे मेरी अस्पताल ,कोल्हापुर मेडिकल हॉस्पिटल, नेपालगंज ,आर्मी हॉस्पिटल और पुलिस अस्पताल को भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए रिजर्व कर दिया गए है। इसके अलावा हेलीकॉप्टर को तैयार रहने के कहा गया है साथ ही साथ फाइल को घायलों को प्रभावित क्षेत्रों से लाने की सुरक्षा के लिए नियमित उड़ान को निलंबित करने को क्या है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
इधर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भूकंप के कारण हुए जान माल के हानि पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने शोषण मीडिया प्लेटफॉर्म पर टवीट कर कहा भारत नेपाल के लोगों के साथ एक जुट हो कर खड़ा है। हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है हमारे संवेदनाएं शोषण संपर्क में आए परिवारों के साथ है और हम सब की जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
2015 नेपाल में भूंकप
इससे पहले 2015 में भी नेपाल में भूकंप आया था . वर्ष 2015 में 7.8 तीव्रता की शक्तिशाली भूकंप में पूरे देश को लाकर रख दिया था जिसमें 12000 से अधिक लोगों की मौत हो मौत हुई थी और हजारों लोग घायल हो गए थे।
भारत में महसूस हुए भूकप
भारत में भूकंप के झटके उत्तरप्रदेश से लेकर बिहार तक महसूस किए गए हैं। यूपी बिहार में जब भूकंप आया तो समय तक अधिक लोग सो रहे थे। ऐसे में अचानक भूकंप के झटके लगने से लोगों की नींद खुल गई लोक घबराकर अपने घर से बाहर आ गए। भूकंप के झटके से घर का सामान हिलने लगा। इसके बाद लोग अपने घरों के वीतर जाने से डर रहे थे। लोगों के मन में डर था कि कहीं भूकंप के झटके द्वारा ना आ जाए पटना में स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें भूकंप के झटके 25 से 30 मिनट तक महसूस हुए लोगों ने बताया कि अभी हम लोगों को सोने की तैयारी में ही थे तभी अचानक पलंग हिलने लगे।