भारत की सड़कों पर लोगों के बीच ट्रैफिक को लेकर काफ़ी सरदर्दी देखने को मिलती है। लोग अपने मन मुताबिक कहीं भी अपनी गाड़ी को पार्क कर देते हैं, इसी परेशानी को खत्म करने के लिए सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। भारत के केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्यमंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि ‘यदि कोई व्यक्ति सड़क पर गलत तरीके से गाड़ी खड़ी करता है तो उस गाड़ी की तस्वीर भेजने पर ₹500 का इनाम मिलेगा और साथ ही कार के मालिक पर ₹1000 का जुर्माना लग सकता है।’
शहरी इलाकों में अवैध पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या बनकर सामने आने लगी है और तंग सड़कों पर जाम लगने का सबसे बड़ा कारण भी यही होते हैं। इनसे ना सिर्फ साथ में चल रहे वाहन, बल्कि पैदल यात्री भी परेशान होते हैं। गडकरी ने खुद ये बात कही कि लोग पार्किंग की सही जगह छोड़कर सड़कों पर अपनी कार पार्क कर देते हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्यमंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) एक कार्यक्रम को संबोधित करते कहा, ‘मैं सड़क पर गलत तरीके से वाहन खड़ा करने की प्रथा को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रहा हूं‘
नितिन गडकरी ने कहा कि ‘वह एक ऐसा कानून बनाने वाले हैं जिसके अनुसार यदि कोई व्यक्ति रोड पर अपनी गाड़ी पार्क करता है तो उस पर 1000 रुपये का जुर्माना लग सकता है। वहीं जो व्यक्ति wrong पार्किंग कार की फोटो खींच कर भेजेगा उसे बतौर 500 रुपये का ईनाम भी मिलेगा। इससे पार्किंग की समस्या से काफी राहत मिलने वाली है।’
बता दे की लोग अपनी गाड़ियों के लिए पार्किंग की जगह नहीं बनवाते है और वे अपनी गाडियों को सड़क पर गलत तरीके से खड़ी करते है, जिससे ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है, साथ ही चुटकी लेते हुए गडकरी जी कहा कि ‘नागपुर में उनके रसोइये के पास दो सेकेंड हैंड गाड़ियां हैं। पहले ये अमरीका में होता था.. जब सफाई करने आई महिला आती थी तो उसके पास गाड़ी होती थी और उसे हम आश्चर्यजनक तरीके से देखते थे, अब हमारे यहां भी हो रहा है।
भारत में भी अब आज चार लोगों वाली फैमिली में 6 गाड़ियां देखने को मिलती है। इस मामले में राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों को खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए कि क्योंकि रोड तो हमने उनकी गाड़ी की पार्किंग के लिए बनाया है। वहां कोई भी पार्किंग नहीं बनाता है सब लोग अपनी गाड़ी सड़क पर खड़ी कर देते हैं। बता दें कि नितिन गडकरी देशभर में अपने बेहतरीन काम और निर्णायक फैसलों के लिए लंबे समय से चर्चा में हैं और उनकी निगरानी में ही रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवे मंत्रालय कई रिकॉर्ड्स बना चुका है।