संजय राउत ने आर्यन खान केस से जुड़ा वीडियो किया शेयर, NCB की कार्रवाई पर उठाए सवाल

Deepak Pandey
4 Min Read

आर्यन खान ड्रग्स केस में भले ही आर्यन खान के वकील ने अदालत में कहा हो कि ना तो वो गोसावी को जानते हैं औऱ न ही इस मामले में उनके क्लाइंट ने किसी सैम डिसूजा ने संपर्क साधा है। बावजूद इसके महाराष्ट्र सरकार लगातार केस की जांच कर रहे अधिकारी समीर वानखेड़े को घेर रही है। पहले नवाब मलिक ने वानखेड़े पर निजी हमला करते हुए केस में जानबूझकर आर्यन को फंसाने का आरोप लगाया । वहीं दूसरी तरफ अब शिवसेना नेता संजय राउत ने एक वीडियो शेयर करके वानखेड़े की जांच पर सवाल उठाए हैं।

शिवसेना नेता संजय राउत ने जो वीडिय़ो शेयर किया है उसमे आर्यन खान एक चेयर में बैठे नजर आ रहे हैं। आर्यन से केपी गोसावी फोन पर कुछ रिकॉर्ड करवा रहे हैं। आर्यन गोसावी से क्या बात कर रहे हैं ये साफ नहीं सुनाई दे रहा है। वहीं इस वीडियो में दूर प्रभाकर सेल भी बैठे हैं। इस वीडियो के कैप्शन में राउत ने लिखा कि NCB ने गवाह से सादे कागज पर दस्तखत करवाए, जो कि हैरान करने वाला है। इसके अलावा रिपोर्ट्स ये भी हैं कि इस मामले में बड़ी रकम की मांग की गई है। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि ये महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश है।

मामले में पहले ही आ गया है ट्विस्ट

इससे पहले आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स मामले में तब एक ट्विस्ट आ गया था। जब इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी एनसीबी की तरफ से गवाह बनाए गए एक शख्स ने दावा किया था कि उन्होंने जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को 8 करोड़ रुपए देने की बात सुनी है।

प्रभाकर सेल ने अपने हलफनामे में कहा है कि वह केपी गोसावी का अंगरक्षक है। उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स के बीच 18 करोड़ के डील की बात सुनी है। जिसमें से 8 करोड़ एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। साथ ही उसने हलफनामे में यह भी कहा कि उसने केपी गोसावी से कैश लिया था और जाकर सैम डिसूजा को दिया था।

इसके अलावा प्रभाकर सेल ने भी दावा किया कि एनसीबी की छापेमारी के बाद उसने शाहरुख़ की मैनेजर पूजा ददलानी, केपी गोसावी और सैम डिसूजा को एक नीले रंग की मर्सिडीज कार में एक साथ बैठे देखा था। जिसके बाद गोसावी ने उसे गवाह बनने के लिए कहा और एनसीबी ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए।

हालांकि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने गवाह के दावों को खारिज करते हुए कहा कि वो आरोपों का करारा जवाब देंगे। समीर को जानने वाले का दावा है कि यदि ऐसी बात होती भी आर्यन आज जेल में नहीं होता। खुलासा करने वाले गवाह प्रभाकर सेल का दावा है कि उसे अपनी जान का खतरा है। इसलिए उसने हलफनामा दायर किया है।

See Video:

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *