कहानी घर घर की पल्लवी के किरदार को निभाने वाली टीवी एक्ट्रेस श्वेता कवात्रा नहीं अपने एक्टिंग के हुनर से लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने मातृत्व में कदम रखने बाद एक्टिंग को ब्रेक दे दिया था। स्टे लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि एक्टिंग के अलावा उन्होंने अपने आप को मातृत्व में पूरी तरह से डुबो लिया है। एक्ट्रेस ने बताया कि वह अपनी प्रेग्नेंसी के बाद डिप्रेशन से लड़ने में काफी समय तक संघर्ष करती रही। उन्होंने कहा स्टीव मैं अभी तक काउंसलर नहीं हूँ लेकिन मैं आगे पढ़ाई करने की योजना बना रही हूँ और परामर्श को एक ट्रेनिंग के रूप में अपनाऊंगी और उसे अपने पेशे यानी एक्टिंग के साथ लेकर चलूँगी।
पर्सनल ट्रेनिंग के लिए प्रमाणित हो कर श्वेता का मात्रा एक नए तरीके से पालन पोषण और इमोशनल बिहेव्यर थेरेपी में अपने एक्सपीरियंस को शेयर करती नजर आ रही है।इस सब्जेक्ट पर एमए करने की योजना बनाते हुए वह कहती हैं कि पहले वह एक काउंसलर मनोवैज्ञानिक और एक मनोचिकित्सक को बीच के अंतर को भी नहीं जानती थी लेकिन अब वह इसे बेहतर ढंग से जा चुकी है। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि इसमें आप इंसान के मन के साथ एक तरीके का व्यवहार कर रहे हैं और अगर वह काउंसलर सही एजुकेशन या अनुभव कि कमी रखता है तो इससे रोगी पहले से ज्यादा अधिक बीमार हो सकता है।
आगे उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने पुराना रास्ता चुना है। साल 2020 में आधिकारिक तौर पर पेरेंटिंग कोर्स करना शुरू कर दिया था। स्वेता अपने आप को डिप्रेशन सर्वाइवर बताती है। उनके अपने निजी अनुभव के बाद उन्हें मानसिक स्वास्थ्य का पता लगाने और इसके आसपास काम करने के लिए प्रेरणा मिली। उन्होंने बताया कि प्रेग्नेंसी के बार डिप्रेशन का अनुभव करने के बाद अब वह अपने जीवन को पहले की तरह लापरवाही के साथ नहीं देखती हैं। आगे बताते हुए उन्होंने कहा मैंने 5 साल डिप्रेशन झेला है। इस दौरान मेरे पति मानव गोहिल और मेरे परिवार का पूरा समर्थन रहा। लेकिन उनके लिए यह समझना मुश्किल था की मैं क्या कर रही थी। मैं दूसरों की मदद करना चाहती थी इसलिए बिमारी को समझने के लिए पढ़ाई अगला कदम बन गई।