एक पिता जिसने अपने जवान बेटे को खोया है. रो-रोकर उसका बुरा हाल है. जवान बेटे की मौत का दुख क्या होता है, इसे कोई सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह से पूछे. चेहरा गुमसुम है. आंसू भी शायद सूख चुके हैं. बस मुंह से एक ही आवाज निकल रही हैं. ‘मुझे इंसाफ चाहिए…’. 29 मई को सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई. उनके गांव में अंतिम संस्कार किया जा रहा है. अंतिम यात्रा में लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा है.
अंतिम संस्कार में उमड़ा लोगों का हुजूम
सिंगर सिद्धू मूसेवाला का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मूसा में किया जा रहा है. भारी संख्या में सिद्धू मूसेवाला के समर्थक मूसा गांव में पहुंचे हैं. इस दौरान सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से रोते-बिलखते वीडियो सामने आ रहे हैं. इन्हें देखकर हर कोई भावुक हो रहा है. अंतिम संस्कार में मौजूद लोगों के चेहरे भी नम दिखे. बता दें कि सिद्धू मूसेवाला का पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंप दिया गया. सिंगर के शव को पोस्टमार्टम के लिए मनसा सिविल हॉस्पिटल में रखा गया था.
अपने बेटे को निहारते मां-बाप, शायद फिर बोल दे….
एक मां के आगे इससे विकट स्थिति और क्या हो सकती है कि उसके सामने उसका बेटा मृत पड़ा हो| सिद्धू मूसेवाला को जब अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया गया तो मां का कलेजा फट गया| जिस मां ने एक बेटे को जन्म दिया और बचपन से उसे जिन हाथों से तैयार किया, आज वही मां अपने हाथ से उसी बेटे के शव को तैयार कर रही थी| मां ने आज अपने बेटे को नहीं बेटे के शव को दुलार किया|
रोते-बिलखते पिता ने आखिरी बार बेटे की मूंछ पर दिया ताव ….
पिता के सामने जवान बेटे की लाश पड़ी हो तो पिता का दिल भी रो पड़ता है| सिद्धू मूसेवाला की उनके पिता के साथ बहुत बनती थी| अक्सर दोनों लोग दोस्त की तरह रहते थे लेकिन अब बेटे के रूप में वह दोस्त कभी नहीं लौटेगा| अब कोई नहीं बापू कहेगा….. फिलहाल, बेटे के शव को जहां मां ने दुलार के साथ तैयार किया तो वहीं पिता ने दुलार के साथ बेटे को आखिरी बार पगड़ी बांधी और उसकी मूंछ पर ताव दिया|