Smita Patil: दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल और उनके पति राज बब्बर के बेटे प्रतीक अपने माता पिता की तरह इस इंडस्ट्री में सफल नहीं हो पाए हैं, लेकिन कुछ गिने-चुने फिल्मों में काम करके उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता को साबित किया है। 28 नवंबर 1956 में जन्मे प्रतीक जब 15 दिन के हुए तो उनकी मां स्मिता पाटिल इस दुनिया को छोड़ गई। स्मिता पाटिल की मौत के बाद प्रतीक को उनकी नानी ने संभाला और बड़ा किया। प्रतीक बब्बर कई बार अपने इंटरव्यूज में अपनी जिंदगी में आए धूप छांव को अपनी मां के बारे में भी खुलकर बात कर चुके हैं।
एक इंटरव्यू में प्रतीक बब्बर ने कहा था, “मेरे पिता के पास मेरी बात सुनने का वक्त नहीं होता था। सभी लोग मुझे मेरी मां की कामयाबी के किस्से सुनाते थे लेकिन मुझे उन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता था। मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही आवाजें गूंजती थी कि मेरी मां मेरे साथ क्यों नहीं है। मैं मरने की कगार पर ही खड़ा था”।स्मिता पाटिल ने दो बार नेशनल अवार्ड्स जीता और फिल्मफेयर अवार्ड भी मिले। भारतीय सिनेमा में उनके अमूल्य योगदान को देखते हुये साल 1985 में उन्हें पदमश्री से सम्मानित किया गया।
दिवंगत अभिनेत्री स्मिता पाटिल एक आकर्षक व्यक्तित्व की महिला थी। लेखिका मैथिली राव ने Smita Patil की जीवनी भी लिखी गई थी। मैथिली ने लिखा था कि ‘स्मिता को वायरल इन्फेक्शन की वजह से ब्रेन इन्फेक्शन हो गया था। बेटे प्रतीक के पैदा होने के बाद वो घर आ गई थीं। स्मिता जल्द हॉस्पिटल जाने के लिए भी तैयार नहीं होती थीं, वह कहती थीं कि मैं अपने बच्चे को छोड़कर हॉस्पिटल नहीं जाउंगी।
स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत ‘एक दीवाना था’ फिल्म से की थी। इस फिल्म में काम करते हुए उनके बीच और अभिनेत्री एमी जैक्सन के बीच प्यार हो गया था। प्रतीक ने एमी के नाम का टैटू भी अपने हाथ पर बनवाया था लेकिन कुछ समय बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया। अब स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर सान्या सागर के साथ शादी कर अपना संसार बसा चुके हैं।
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