फ़िल्मों के हीरो को लेकर बहुत से लोगों की ये कल्पना रही है कि वो हैंडसम, रोमांटिक होने के साथ-साथ बॉडी-बिल्डर भी हो. साथ ही फ़िल्मों में वो मार-धाड़ करते हुए भी नज़र आए. लेकिन, बॉलीवुड के कुछ ऐसे भी कलाकार हुए जिन्होंने अपने अभिनय से ये बताने का काम किया कि हीरो एक कॉमन मैन भी हो सकता है. जब ऐसे कलाकारों की बात आती है, तो अमोल पालेकर का नाम शीर्ष पर आता है. ये बॉलीवुड एक्टर न ही एक्शन, न ही रोमांस बल्कि पर्दे पर अपनी अपनी सादगी के लिए जाना गया. आइये, जानते हैं बॉलीवुड एक्टर अमोल पालेकर से जुड़ी कुछ बातें.
अमोल पालेकर का शुरुआती जीवन
अमोल पालेकर का जन्म मुंबई में 24 अक्टूबर 1944 को हुआ था. वो एक मराठी परिवार से संबध रखते हैं. उनके पिता कमलाकार पालेकर पोस्ट ऑफ़िस में और माता (सुहासिनी पालेकर) एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थीं. वहीं, उनकी तीन बहनें भी हैं. वो बचपन से काफ़ी क्रिएटिव दिमाग़ के थे. इसलिए, स्कूल के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई फ़ाइन आर्ट्स (Sir JJ School of Arts) में की.
करियर की शुरुआत
अमोल पालेकर के करियर के शुरुआत पर बात करें, तो वो शुरुआती समय में हिन्दी और मराठी थियेटर से काफ़ी समय तक जुड़े रहे. 60s में उन्होंने कई प्ले डायरेक्ट व प्रोड्यूज़ भी किए. साथ ही कई थियेटर में अभिनय भी किया. वो Avant Garde Theatre के जाने माने नामों में शामिल थे. वहीं, बहुत कम लोग जानते होंगे कि अमोल पालेकर एक कुशल चित्रकार भी हैं. उनकी पेंटिंग्स को कई एग्ज़िबिशन में जगह भी मिल चुकी है.
फ़िल्मी करियर की शुरुआत
उनकी फ़िल्मी करियर की बात करें, तो उन्होंने 1971 में ‘Shantata! Court Chalu Aahe’ नाम की मराठी फ़िल्म से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी. इस फ़िल्म को सत्यदेव दुबे ने डायरेक्ट किया था. इसके बाद उन्होंने 1974 में बासु चटर्जी की ‘रज़नीगंधा’ में काम किया. वहीं, उन्होंने हिन्दी सिनेमा में भी हाथ हाथ आज़माया. उन्होंने कई हिंदी फ़िल्में की है जैसे छोटी-सी बात, गोल माल, नरम-गरम, चितचोर, बातों-बातों में, जीवन-धारा आदि. इसके अलावा, उन्होंने कई फ़िल्में निर्देशित भी की हैं.
‘गोल-माल’ फ़िल्म ने दिलाई ख़ूब लोकप्रियता
उनकी करियर की ‘गोल-माल’ फ़िल्म ने उन्हें ख़ूब लोकप्रियता दिलाने का काम किया. इस फ़िल्म ने साबित किया कि बिना एक्शन के भी फ़िल्म दर्शकों का दिल जीत सकती है. इस फ़िल्म में अमोल पालेकर काफ़ी सरल अंदाज़ में नज़र आए. इस फ़िल्म में कॉमेडी भरपूर है और प्यार व इमोशन भी कूट-कूटकर भरा है.
अमोल पालेकर 70s के वो एक्टर हैं जिन्होंने मिडिल क्लास इंसान को फ़िल्मी किरदार से कनेक्ट करवाया. उनकी सादगी और कॉमन मैन लुक दर्शकों को ख़ूब पसंद आया. इसके, अलावा, उनके बोलने का अंदाज़ भी काफ़ी निराला है. ये बॉलीवुड के ऐसे एक्टर हुए जिन्होंने एक्शन हीरो के बीच कॉमन मैन बनकर दर्शकों को दिल जीता.
मिल चुके हैं कई अवार्ड
अमोल पालेकर को कई अवार्ड से भी नवाज़ा जा चुका है. उन्हें 1980 में फ़िल्म फ़ेयर अवार्ड मिल चुका है. साथ ही कई नेशनल अवार्ड भी मिल चुके हैं.