जानिए संजय दत्त का वह किस्सा, जब उन्होंने कहा दिया था उनके रगों में है मुसलमानों का है खून

Mukesh Saraswat
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बॉलीवुड के सबसे मशहूर अभिनेताओं में से एक संजय दत्त का बॉलीवुड करियर बहुत ही उतार और चढ़ाव से भरा हुआ है। संजय दत्त ने अपने फिल्मी करियर में जहां कहीं बड़े बड़े मुकाम हासिल किए वहीं उनका नाम ऐसे विवादों में भी सामने आया है ,जो उनके जीवन पर कभी न मिटने वाले दाग बन गए है।

वैसे तो संजय दत्त हमेशा सुर्खियां बटोरते रहते हैं और उनके जीवन पर प्रसिद्ध लेखक यासीर उस्मान ने एक किताब लिखी थी जिसका नाम संजय दत्त: द क्रेजी अनटोल्ड लव स्टोरी ऑफ बॉलीवुड्स बैड ब्वॉय’ था, इस किताब में संजय दत्त ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

जब संजय दत्त का मुंबई बम धमाकों में आया था नाम

यासीर उस्मान ने अपनी किताब में जिक्र किया है कि जब संजय दत्त के पिता सुनील दत्त, संजय दत्त से मिलने जेल गए थे तो संजय दत्त ने अपने पिता से कह दिया था उनके रगों में भी मुसलमानों का खून है। उनके पिता सुनील दत्त को बिल्कुल भी यह विश्वास नहीं हो पा रहा था कि संजय दत्त का नाम मुंबई बम धमाकों में आ गया है।

संजय दत्त ने कबूला अपना जुर्म

आपको बता दें इस किताब में साफ तौर पर यह जिक्र किया गया है कि जब संजय दत्त के पिता सुनील दत्त अपने बेटे से मिलने जेल पहुंचे थे तो वह अपने मन में यही प्रार्थना कर रहे थे कि जो कुछ खबर मीडिया द्वारा चलाई जा रही है वह झूठ साबित हो पर जब संजय दत्त ने सुनील दत्त से सवाल पूछे जाने पर यह बताया कि उनके पास असाल्ट राइफल और गोला बारूद थी तो सुनील दत्त के पैरों से जमीन खिसक गई थी और वह संजय दत्त से गले मिलकर फूट-फूटकर रोने लगे थे।


यह सुनने के बाद सुनील दत्त, संजय दत्त से यह सब करने का कारण पूछते हैं तो संजय दत्त बोलते है, “क्योंकि मेरी रगों में मुसलमान का खून है। मैं वो सब बर्दाश्त नहीं कर सकता जो शहर में हुआ था।” संजय दत्त अपने इस कथन के द्वारा अपने पिता को यह बताना चाहते थे कि जो बम धमाका मुंबई में किया गया है वह बाबरी मस्जिद में हुए विवाद के कारण मुसलमानों की जान का बदला लेने के लिए किया गया था।

खैर अपने बेटे से यह सब सुनने के बाद सुनील दत्त अपने
आंसू पोछते हुए वहां से चुपचाप चले जाते हैं।

किताबों पर हो चुके हैं काफी विवाद

यासीर उस्मान की इस किताब को इतनी लोकप्रियता नहीं मिली, जितनी वह सोच रहे थे। दरअसल इस किताब के तथ्यों पर खुद संजय दत्त ने भी खूब सवाल उठाएं है, संजय दत्त के अनुसार यह बायोग्राफी उनकी अपनी बायोग्राफी नहीं है बल्कि बायोग्राफी में कई कहानियां मन गड़त हैं , एक इंटरव्यू में उन्होंने इस किताब पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी।

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Mukesh Saraswat is Editor and Chief in Bwood tadka .He has total experience of 5 years in Mass Communication Media.
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