पनीर किसको नहीं पसंद।पनीर का नाम सुनते हि मुँह म् पानी आजाता है।नॉनवेज नहीं खाने वाले ज्यादातर लोगों की पनीर पहली पसंद होती है। पनीर कहीं हद तक हमारे शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है।शहर अब गधे के दूध का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बन रहा है। पशु का एक लीटर दूध सात हजार रुपये में बिक रहा है। गाय या भैंस (यहां तक कि सबसे शुद्ध भी) का दूध शहर में 100 रुपये से अधिक नहीं जाता है। गधे के दूध की मांग को पूरा करने के लिए, कई किसान जो अब पशु पालन कर रहे हैं, दूध बेचने के लिए अक्सर हैदराबाद जाते हैं। उसी की मांग अधिक है, क्योंकि दूध को अन्य चीजों के अलावा, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए दिखाया गया है। इसका सिर्फ 10 मिलीलीटर (एमएल) 100 रुपये में बेचा जा रहा है।
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, गधे के दूध में लगभग 80 प्रतिशत बैक्टीरिया में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होता है, जो इसे पेट खराब होने से बचाने में प्रभावी बनाता है। इसलिए हैदराबाद के कई परिवार स्वास्थ्य लाभ के लिए इसकी तलाश करते हैं। हालांकि गाय और बकरी का दूध प्रोटीन से भरपूर होता है, गधों के दूध को विटामिन और खनिजों से भी भरपूर माना जाता है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह टाइप II मधुमेह के इलाज में मदद कर सकता है। हालांकि, अभी तक इसके बारे में कोई सबूत नहीं मिला है। हैदराबाद में गधे का दूध बेचने वाले किसान मांग के आधार पर क्षेत्रों का चयन करते हैं।
क्या है खासियत?
सर्बिया के पनीर उत्पादकों के मुताबिक गधी और मां के दूध में एक जैसे गुण होते हैं। इसमें कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। अगर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के रोगी इसका इस्तेमाल करें, तो उन्हें काफी फायदा होता है। वहीं जिन लोगों को गाय के दूध से एलर्जी होती है, वो गधी का दूध या पनीर इस्तेमाल करते हैं। फॉर्म के मुताबिक उत्पादन कम होने से इसकी कीमतें इतनी ज्यादा हैं। 2012 में सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच के द्वारा इस पनीर के इस्तेमाल की खबर आई थी। जिसके बाद से इस पनीर की चर्चा दुनियाभर में होने लगी। हालांकि जोकोविच ने इन खबरों का खंडन किया था।