न्यू ईयर 2023 बस आने ही वाला है और इसे सेलिब्रेट करने के लिए लोग खूबसूरत जगहों की तलाश कर रहे हैं. कुछ लोग नया साल सेलिब्रेट करने के लिए शिमला मनाली गोवा और ना जाने किन किन जगहों पर पहुंच चुके हैं. इन लोगों को कंफ्यूजन हो रही है कि वह अपना नया साल कहां जाकर सेलिब्रेट करें? उनके लिए हम राजस्थान की 7 ऐसी जगह में लेकर आए हैं जो एकदम जन्नत की तरह खूबसूरत है. इन जगहों पर जाकर अगर आप नया साल मनाएंगे तो वह आपके लिए काफी ज्यादा यादगार बन जाएगा.
कुंड और बावड़ियों का शहर – बूंदी
राजस्थान का बूंदी जिला घूमने लायक जगह है. नोबेल पुरस्कार विजेता रूड्यार्ड कीपलिंग ने अपना सबसे प्रसिद्ध उपन्यास ‘किम’ का कुछ हिस्सा बूंदी में ही रहकर लिखा था.उन्होंने अपने उपन्यास में लिखा था कि, ‘जयपुर पैलेस, पेरिस के महल से कम नहीं है. लाल-लाल चट्टानों पर भूरे रंग के ऊंचे बुर्ज को देखकर यह किसी जिन्न काम लगता है. लेकिन बूंदी पहले इसको देखने के बाद ऐसा लगता है कि किसी व्यक्ति ने अपने अधूरे सपने को दिन में सजाया है. बूंदी का किला और महल सपनों में बना हुआ महल कहलाता है, जो कोटा से 36 किलोमीटर दूर है. यहां का मनभावन दृश्य आपके नए साल को यादगार बना देगा.
अभेड़ा महल
राजस्थान में चंबल नदी के पूर्वी तट पर बसा हुआ कोटा शहर और यहां पर 18 वीं शताब्दी में बनाया गया अभेड़ा महल देखने लायक नजारा है. अभेड़ा महल शाही आरामग्रह के रूप में कोटा से 8 किलोमीटर दूर बनवाया गया है और यहां पर रानी धीरदेह द्वारा पानी का कृत्रिम जलाशय भी बनवाया गया है.
जलमहल
राजस्थान की राजधानी जयपुर में मानासागर झील में बना हुआ यह जल महल अद्भुत दृश्य है. इसे देखकर लगता है कि यह पानी पर तैर रहा है. जल महल का निर्माण महाराजा जयसिंह द्वितीय ने 18वीं शताब्दी में करवाया था और इसे ‘रोमांटिक महल’ की संज्ञा भी दी गई है. रात के समय यहां रंग बिरंगी रोशनी जगमगाती है, जिसे देखकर यह कोई परी लोक का नजारा सा लगता है.
सिसोदिया रानी का महल
इस महल का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने अपनी सिसोदिया रानी के लिए करवाया था. इस बहु स्तरीय उद्यान में राधा और कृष्ण की लीलाओं से चित्रित फव्वारें, पानी के झरने और मंडप भी है. सिसोदिया रानी का महल जयपुर से 8 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर स्थित है.
झालाना सफारी पार्क
झालाना सफारी पार्क जयपुर के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ एक अति सुंदर पार्क है जो तेंदुओं को देखने के लिए प्रसिद्ध है. यह जंगल लगभग 1978 हेक्टेयर में फैला हुआ है राजस्थानी जयपुर के दक्षिण पूर्व दिशा में स्थित है. जयपुर में स्थित झालाना सफारी पार्क में तेंदुओं के अलावा भी और कई वन्यजीव देखने को मिल सकते हैं.
माउंट आबू
यह राजस्थान का इकलौता और बेहद ही सुंदर हिल स्टेशन है. अगर आप अपने नए साल को यादगार बनाना चाहते हैं तो आपको माउंट आबू जरूर जाना चाहिए. यहां का मौसम ठंडा रहता है और अपने परिवार के साथ हसीन वादियों में आप अपना नया साल यादगार बना सकते हैं.
आनंद सागर झील
आनंद सागर झील द्वीपों के शहर बांसवाड़ा के निकट स्थित है. यह झील बाई तालाब के नाम से प्रसिद्ध है और मीठे पानी की कृत्रिम झील है, जिसे महारावल जगमाल सिंह की पत्नी द्वारा लंची बाई द्वारा बनवाया गया था जो कि बांसवाड़ा के पूर्वी भाग में स्थित है.