अभिषेक बच्चन की ऑन स्क्रीन पत्नी बनने के लिए निम्रत कौर को काफी मेहनत करनी पड़ीं। दसवीं मूवी के लिए उनके सामने कुछ ऐसी शर्त थी जिसके लिए उन्हें काफी काम करना पड़ा। इतना ही नहीं फिल्म खत्म होने के बाद भी उन्हें उस ‘किरदार’से बाहर निकलने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा। आप सोच रहे होंगे कि कौन सी शर्त निम्रत के सामने रखी गई थी।
दरअसल, मूवी में किरदार के अनुसार निम्रत को अपना वजन 15 किलो बढ़ाना था। दसवीं में बिमला देवी के किरदार में ढलने के लिए उन्होंने अपना वजन 15 किलो बढ़ाया था। ये बात एक्ट्रेस ने एक तस्वीर शेयर करते हुए बताई। अदाकारा ने अपने इंस्टाग्राम पर नोट के साथ अपना ट्रांसफोर्मेशन लुक शेयर किया है। इस फोटो में उन्होंने आफ्टर और बिफोर लुक भी फैंस को दिखाया है। इसके साथ उन लोगों की भी जबान बंद करने की कोशिश की जिन्होंने बढ़े हुए वजन को लेकर उन्हें ट्रोल किया था।
किरदार की मांग को देखते हुए बढ़ाना पड़ा वजन
तस्वीर में एक तरफ निम्रत का बढ़ा हुआ वजन नजर आ रहा तो दूसरी तरफ वो स्लिम दिखाई दे रही हैं। उन्होंने इस तस्वीर के साथ लिखा,इसका अंदाजा लगाए… मेरे हजार शब्दों (नोट) को देखने के लिए स्वाइप करें यह तस्वीरें नहीं बोलेंगी।’ तस्वीर के बाद उनका नोट सामने आता है, जिसमें लिखा है,’इस उम्मीदों से भरे वक्त में, हमें हर वक्त कैसा दिखना चाहिए- लिंग, उम्र और पेशा कोई बाधा नहीं है, मैं अपनी लाइफ से एक छोटा-सा चैप्टर शेयर कर रही हूं जिसके साथ लाई ऐसी सीख जो जीवन भर चलेगी। 10 महीने के सफर का कोई और वर्जन नही हैं। एक छोटे से मीडियम बॉडी के टाइप वाली लड़की को ‘दसवीं’ के लिए अपना साइज बढ़ाना पड़ा।’
लोगों की मदद से मैं ‘बिमला’ बनीं
उन्होंने आगे लिखा,’इस आइडिया को अपनाना संभव नहीं था, लेकिन उचित विजु्अल इंपैक्ट के लिए 15 किलो वजन बढ़ाया। शुरुआत में, मैं एक अनदेखे हकीकत को अपनाने और इंब्रेस करने में डरी हुई थी। लेकिन धीरे-धीरे अपने आसपास चाहने वालों के सपोर्ट के बाद मैं ‘बिमला’ बनने की प्रक्रिया का आनंद लेने लगी।’
निम्रत ने अपने नोट में आखिर में ट्रोलर्स को लेकर कहा कि दयालु बनो, संवेदनशील बनो, ग्रेसफुल बनो, अगर आप इसे बेहतर नहीं बना सकते तो किसी का दिन खराब मत करो। केवल अपने दिमाग और शरीर को अपना प्रोफेशन बनाओ।
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सिर्फ एक लाइन सुनकर निम्रत ने मूवी के लिए कर दी थी हां।एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब मेकर्स मेरे पास स्क्रिप्ट लेकर आए थे तो उन्होंने एक लाइन सुनाई थी। जिसके बाद मैंने फिल्म करने का फैसला किया। वो लाइन थी कि मेरा किरदार एक ऐसी गांव की पॉलीटिशियन का होने वाला है जिसको कुछ बोलना नहीं आता, लेकर पावर का नशा उसके सिर चढ़कर बोलता है। मैंने तुरंत हां कर दी। लेकिन इसके लिए मुझे वजन बढ़ाना पड़ा।