क्या हर 2 घंटे के अंतराल में कुछ-कुछ खाते रहने से तेज़ होता है मेटाबॉलिज्म, जानें एक्सपर्ट की राय

Smina Sumra
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effect on metabolism by eating

effect on metabolism by eating at a short interval of time :फिटनेस एक्सपर्ट मेटाबॉलिज्म को तेज़ करने के लिए हर 2 घंटे के अंतराल में भोजन करने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या यह वाकई में सेहतमंद है? आइए जानते हैं।

शरीर को फिट रखने के लिए और सही वजन बनाए रखने के लिए अपने मेटाबॉलिज्म का ख़्याल रखना बहुत ज़रूरी होता है। हमारे शरीर में हार्मोन के स्तर को संतुलन में रखने के लिए वज़न घटाने या वज़न बढ़ाने के लिए हमारा मेटाबॉलिज्म ज़िम्मेदार होता है। तेज़ मेटाबॉलिज्म आपको कई स्वास्थ्य से जुड़े लाभ पहुंचा सकता है। वही धीमा मेटाबॉलिज्म आपकी स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। इसलिए अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपने मेटाबॉलिज्म को तेज़ करना बहुत ज़रूरी होता है।

मेटाबॉलिज को तेज़ करने के लिए फिटनेस एक्सपर्ट सबसे अधिक जिस चीज़ की सलाह देते हैं वह ये है कि हर 2 घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहना या छोटी-छोटी मील लेते रहना। अक्सर हम सुनते हैं कि थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर कुछ-कुछ खाते रहने से हमारा मेटाबॉलिज्म (effect on metabolism by eating) तेज़ होता है। पर सवाल यह है कि क्या वाकई में आपको मेटाबॉलिज्म को तेज़ करने के लिए हर 2 घंटे के अंतराल पर भोजन की आवश्यकता है?

:- कुछ कुछ देर के अंतराल पर खाने से मेटाबॉलिज्म पर क्या प्रभाव होता है? (What is the effect on metabolism by eating at a short interval of time)

आपको अपना वज़न घटाना हो या वज़न बढ़ाना हो जब आप अपने फिटनेस एक्सपर्ट से सलाह लेते हैं तो वह आपको हर 2 घंटे के अंतराल पर कम मात्रा में कुछ-कुछ खाते रहने की सलाह देते हैं। इसके पीछे यह कारण है कि जब आप थोड़े थोड़े समय के अंतराल पर अगर कुछ खाते हैं तो आपको जंग फूड के सेवन की भावना आपके अंदर नहीं आएगी। जब आप थोड़े थोड़े समय के अंतराल पर छोटा या कम मात्रा में भोजन का सेवन करते हैं तो आपका पेट आपको भरा हुआ और संतुष्ट महसूस कराता है।

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित में यह पाया गया है कि जो लोग कम मात्रा में ही ज़्यादा बार खाते हैं वह पतले होते हैं। साथ ही उनमें लंबे समय के अंतराल में भोजन या कम बार खाने वालों की तुलना में उनकी ब्लड टाइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होता जाता है। हर 2 घंटे के अंतराल पर भोजन करने से आपका मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है। अभी इसके कोई प्रमाण नहीं है।

:- क्या वाकई में हर 2 घंटे के अंतराल पर खाने से मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है? (Does eating every 2 hours really speed up metabolism)

फिटनेस एक्सपर्ट की मानें तो अगर आपका ट्रेनर आपको हर 2 घंटे के अंतराल पर कुछ खाने को कह रहा है क्योंकि इससे आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, तो यह सही नहीं है। जब भी हम खाना खाते हैं तो हमारा शरीर उस खाने को पचाने और उसके पोषण तत्व को संशोधित करने के लिए ऊर्जा विस्तार करता है। इससे भोजन का उष्मीय प्रभाव के रूप में माना जाता है। इसे थर्मिक इफेक्ट ऑफ फूड (TEF) भी कहते हैं।

ट्रेनर के अनुसार आप जितना बार भोजन करते हैं आपका थर्मिक इफेक्ट ऑफ फूड (TEF) उसकी कैलोरी का 10% होता है। इसलिए डाइटिशियन यह सोचते हैं कि आप अधिक पर भोजन करते हैं तो अधिक कैलोरी बर्न करते हैं क्योंकि यह ‘TEF’ है। जो आपके मेटाबॉलिज्म को तेज़ करने में आपकी सहायता करते हैं। पर यह एक मिथक है।

एक्सपर्ट के अनुसार आप चाहे कितनी मात्रा में भोजन का सेवन कर लें। आपका ‘TEF’ हमेशा 10% ही होगा। उदाहरण के लिए यदि आप 500-500 कैलोरी वाला भोजन के हिसाब से दिन में 3 बार भोजन करते हैं तो आपका ‘TEF’ 500 कैलोरी का 10% यानी 50 कैलोरी होगा। यानी 50*3=150 किलो कैलोरी

आइए जानते हैं एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं?

एक्सपर्ट ये सलाह देते हैं कि आप अपनी सुविधा के अनुसार खाएं। हर 2 घंटे के अंतराल पर खाना कोई ज़रूरी नहीं है। अपने डाइटिशियन से एक ऐसा डाइट प्लान बनवाएं जो आपकी जीवनशैली के अनुसार हो। क्योंकि अगर आप नौकरी करने वाले व्यक्ति हैं तो आपको हर 2 घंटे के अंतराल पर खाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। इसके लिए एक अच्छे ट्रेनर से बात करें और अपनी जीवनशैली के अनुसार अपना डाइट प्लान बनवाएं।

 

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