बॉलीवुड से ताल्लुक रखने वालों को हीरो के अलावा विलेन के नाम भी जुबानी याद रहता है। लेकिन इनका ये नाम बड़े पर्दे पर होता है। असल जिंदगी के नाम इनका नाम कुछ और ही होता है और इससे बेहद हम लोग परिचित होते हैं।उन्हीं में से एक जाने-माने विलेन मुकेश ऋषि है। बड़े पर्दे पर इनकी पहचान एक विलेन के रूप में होती है।
मुकेश ने ज्यादातर नकारात्मक किरदार ही निभाया है लेकिन अपने किरदार से मुकेश ने जरा भी समझौता नहीं किया। यही वजह है कि बड़े पर्दे पर दर्शकों को इनकी एंट्री खासा पसंद आती है।मुकेश पिछले कुछ सालों से बॉलीवुड में सक्रिय नहीं है।
मुकेश केवल बॉलीवुड से ही ताल्लुक नहीं रखते, इन्हे कुछ समय पहले पंजाबी ,तेलुगू कन्नड़ और भोजपुरी जैसी फिल्मों में अभिनय करते देखा गया। इससे पता चलता है है कि शायद अभिनेता को हिंदी सिनेमा में फिल्मी ऑफर नहीं मिल रहे हैं।मुकेश ऋषि की यादगार फिल्म का जिक्र करे तो इन्होंने 2012 में आई फिल्म खिलाड़ी 786 में भी अभिनय किया था। इस फिल्म में अभिनेता के साथ दिग्गज अभिनेता अक्षय कुमार, असिन और हिमेश रेशमिया ने नजर आए थे।
मुकेश ने अपने फिल्मी करियर में अधिकतर नेगेटिव रोल ही फिल्माए है। इनका लंबा कद और हष्ट पुष्ट शरीर इन पर बखूबी रूप से सूट करता था।मुकेश के फिल्मी करियर का जिक्र करे तो इसकी शुरुआत न्यूजीलैंड से हुई थी। यहां पर इन्होंने मॉडलिंग की थी।ये हमेशा से बॉलीवुड में अभिनेता बनने की ख्वाहिश रखते थे। इसी के चलते ये न्यूजीलैंड से भारत आ गए।
मौजूदा समय मुकेश तकरीबन 60 साल के हो चुके हैं। लेकिन आज भी ये काफी फिट है। इनकी फिटनेस को देखकर आप इनकी उम्र का अंदाजा नहीं लगा पाएंगे।बड़े पर्दे पर मुकेश का अभिनय और खास तौर पर डायलॉग बोलने का अंदाज लोगो को काफी पसंद आता था। जिसमें से एक इनका फेमस डायलॉग था,’ मेरा नाम है, बुल्ला और मैं रहता हूं खुल्ला। ये उस दौर का बेहद पसंद किया जाने वाला डायलॉग था।बड़े पर्दे पर मुकेश ने फिल्म में रंगा राव का किरदार निभाया था। जो कि फेमस हुआ। वही मुकेश ने जुड़वा और घातक जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया था।