Workout tips: सही तरीक़े से व्यायाम करना हमें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रखता है। इसके लिए कुछ विशेष बातों पर ध्यान देना होगा। जानिए कैसे?
चाहे कोई व्यक्ति स्वस्थ हो या कोई मरीज हो व्यायाम किसी भी स्थिति में फायदेमंद होता है। सही तरीक़े से व्यायाम करना हमें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रखता है। व्यायाम करने के बाद काफ़ी एनर्जेटिक और रिलैक्स महसूस होता है। लेकिन आजकल लोग इतने ज़्यादा व्यस्त हो चुके हैं कि उन्हें अपने शरीर के ऊपर ध्यान देने का वक़्त ही नहीं मिलता। यही कारण है कि बच्चे से बूढ़े तक बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। इसलिए व्यायाम करना सबके लिए बहुत ज़रूरी होता है।
वहीं दूसरी ओर अगर हम सही तरीक़े से व्यायाम (Workout tips) ना करें तो उल्टा यह हमें पूरी तरह से थका देता है। और ग़लत व्यायाम करने से मेहनत की तुलना में हमें फ़ायदा नहीं पहुंच पाता है। इससे हमारा पूरा समय बर्बाद हो जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपको मेहनत का फल मिले यानी आप व्यायाम के लिए जितनी मेहनत करते हैं उसका रिजल्ट आपको मिले तो उसके लिए आपको एक अच्छे वर्कआउट ट्रेनिंग की आवश्यकता है। इससे आप ठीक ढंग से व्यायाम कर सकेंगे। इसके लिए आज हमको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिन्हें फॉलो कर आप व्यायाम से फ़ायदा उठा सकते हैं। ये टिप्स हैं-
1. हाई इंटेंसिटी वर्कआउट ज़रूर करें (Do high intensity workout)
हाई इंटेंसिटी वर्कआउट भी एक तरह का एक्सरसाइज़ है। लेकिन या नॉर्मल वर्कआउट से थोड़ा सा अलग होता है। हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करने के लिए आपको थोड़ी सी मेहनत और प्रयास करने की ज़रूरत है। इस एक्सरसाइज़ को करने से मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है। वैसे भी समय-समय पर अगर अलग-अलग चीज़ें ट्राई की जाए तो इससे शरीर में सिस्टम अडॉप्ट करता है। इससे कुछ अलग नतीजें देखने को मिलेंगे। ट्रेनर के अनुसार हफ़्ते में एक या दो बार हिट वर्कआउट ज़रूर ट्राई करना चाहिए।
2. कार्डियो वर्कआउट ज़रूर करें (Do cardio workout)
अगर आप चाहते हैं कि आप फिट रहें। लेकिन आप जिम नहीं जा पा रहे हो और योग आप से नहीं हो पा रहा है तो आप घर पर ही कार्डियो एक्सरसाइज़ शुरू कर सकते हैं। कार्डियो वर्कआउट एक ऐसा वर्कआउट है जिसे हर कोई कर सकता है। इस वर्कआउट की सबसे अच्छी बात है कि इसे आप जितना हो सके उतना एंट्रेंस या सॉफ्ट बना सकते हैं। कार्डियो वर्कआउट को कितनी क्षमता से करनी है यह पूरी तरह आप पर डिपेंड करता है।
3. आप जिस चीज़ को एंजॉय करते हैं वो करें (Do what you enjoy)
कहने का मतलब है कि आपको जो वर्कआउट अच्छा लगता है आप उसी को करें। वर्कआउट से मिलने वाले फ़ायदे पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप कितने मन से उस वर्कआउट को करते हैं। या वर्कआउट करते समय आप उसे कितना इंजॉय कर पाते हैं। अगर वर्कआउट करते समय आपको परेशानी हो रही है या आपका मन नहीं लग रहा है तो आपको वर्कआउट नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में वर्कआउट करने का कोई फ़ायदा नहीं होता।
वर्कआउट के अलावा अगर आपको डांस करना पसंद है या खेल में आपकी रुचि है तो आप उसे ही व्यायाम के तौर पर कर सकते हैं इससे आपको ज़्यादा संतुष्टि और फ़ायदे मिलेंगे।
4. रेस्ट ज़रूर करें (Do take rest)
हर रोज़ वर्कआउट करने से या शरीर को स्ट्रेच करने से कई बार शरीर पर चोट या बर्न आउट हो जाते हैं। ऐसे में रेस्ट करना बहुत ज़रूरी होता है। अगर आप हेल्दी तरीक़े से अपना वेट लॉस करना चाहते हैं तो इसके लिए रेस्ट करना भी उतना ही ज़रूरी है। आप सप्ताह में किसी दिन रेस्ट डे के रूप में रेस्ट ले सकते हैं। लेकिन इस दिन को आपको पूरी तरह सो कर या बैठकर नहीं बिताना है। बल्कि आपको हार्ड वर्क आउट के बजाय कोई हल्का-फुल्का एक्सरसाइज़ करना है।
5. वेटलिफ्टिंग ज़रूर करें (Do weightlifting)
वेट उठाना भी एक मुख्य वर्कआउट माना जाता है। इससे उतनी ही कैलोरीज़ बर्न होती है जितनी कार्डियो वर्कआउट करने से होती है। वेटलिफ्टिंग से मसल्स मज़बूत होते हैं। आप की जितनी अधिक मसल्स होंगे आप उतना ही ज़्यादा कैलोरीज़ भी बर्न कर सकेंगे। सप्ताह में एक या दो बार नॉर्मल वर्कआउट को छोड़कर अपनी क्षमता के अनुसार वेटलिफ्टिंग ज़रूर करना चाहिए।
इस तरह अगर आप बताए गए इन पांचों टिप्स को फॉलो करते हैं तो आपको वर्कआउट करने के फ़ायदे ज़रूर मिलेंगे। वर्कआउट से अच्छा फ़ायदा पाने के लिए आपको बदल बदल कर वर्कआउट को करना चाहिए। अलग-अलग वर्कआउट करने से शरीर के अलग-अलग मसल्स मज़बूत होते हैं। इससे शरीर अधिक कैलोरीज़ भी बर्न कर पाता है।
व्यायाम करते समय बीच में अपना समय बिल्कुल भी बर्बाद ना करें। आपको किसी पार्टीकूलर बॉडी पार्ट एक्सरसाइज करने के बजाए पूरे शरीर का व्यायाम करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे आपको आपके पूरे शरीर को फ़ायदा होगा।