दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी Holcim Group भारत से अपना 17 साल पुराना कारोबार समेटने की तैयारी में है. कंपनी ने कोर मार्केट पर फोकस करने की ग्लोबल स्ट्रेटजी तैयार की है. भारतीय बाजार से एक्जिट इसी व्यापक रणनीति का हिस्सा है. मामले से जुड़े सूत्रों की मानें तो Holcim Group ने अपनी दोनों लिस्टेड कंपनियों अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड को सेल पर डाल दिया है.
अडानी भी हैं Holcim का बिजनेस खरीदने की रेस में- बताया जा रहा है कि Holcim Group अपना भारतीय कारोबार बेचने के लिए जेएसडब्ल्यू और अडानी समूह समेत अन्य कंपनियों से बातचीत कर रही है. जेएसडब्ल्यू और अडानी समूह दोनों ने हाल ही में सीमेंट सेगमेंट में एंट्री ली है. दोनों ही समूह के पास सीमेंट कारोबार को बढ़ाने की आक्रामक योजनाएं हैं. सूत्रों का कहना है कि श्री सीमेंट जैसी स्थानीय कंपनियों से भी संभावित बिक्री को लेकर संपर्क साधा गया है.
इतनी है अंबुजा और एसीसी की सालाना क्षमता- भारतीय सीमेंट बाजार में अभी आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक सबसे बड़ी कंपनी है. अल्ट्राटेक के पास हर साल 117 मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन करने की क्षमता है. Holcim Group की दोनों लिस्टेड कंपनियों अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड की संयुक्त क्षमता 66 मिलियन टन सालाना है. जो भी समूह इन दोनों सीमेंट कंपनियों को खरीदेगा, वह एक झटकेमें भारत जैसे महत्वपूर्ण बाजार में नंबर दो की हैसियत में आ जाएगा. इस कारण वैसी ग्लोबल सीमेंट कंपनियों का मन भी टटोला जा रहा है, जो भारतीय सीमेंट बाजार में दिलचस्पी दिखाती आई हैं.
इस मर्जर के बाद बनी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी-स्विट्जरलैंड की कंपनी Holcim का 2015 में फ्रांसीसी प्रतिस्पर्धी Lafarge के साथ विलय होने के बाद LafargeHolcim नाम से सीमेंट व बिल्डिंग मटीरियल की एक बड़ी यूरोपीय कंपनी तैयार हुई थी. हालांकि विलय के बाद सामने आई कंपनी को भारत समेत यूरोप और एशिया के कई बाजारों में एंटी-ट्रस्ट कानूनों का पालन करने के लिए कुछ संपत्तियां हटानी पड़ गई थी. इसके बाद कंपनी को Holcim Group नाम से रीब्रांड किया गया था.
ये है भारत में Holcim की फ्लैगशिप कंपनी- भारतीय बाजार में Holcim की फ्लैगशिप कंपनी Ambuja Cement है, जिसमें प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 63.1 फीसदी है. Holcim के पास यह हिस्सेदारी Holderind Investments Limited के जरिए है. भारत के प्रमुख सीमेंट ब्रांड में से एक एसीसी लिमिटेड में Ambuja Cement की 50.05 फीसदी हिस्सेदारी है. एसीसी में Holderind Investment (Holcim) की प्रत्यक्ष तौर पर भी 4.48 फीसदी हिस्सेदारी है. Holcim साल 2018 से दोनों ब्रांडों को मर्ज करने का प्रयास कर रही है, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है.