रानी मुखर्जी चोपड़ा फैमिली की बहू हैं। जब उन्होंने 2014 में वाईआरएफ बैनर के वंशज आदित्य चोपड़ा के साथ शादी के बंधन में बंधी थी। दिसंबर 2015 में रानी और आदित्य एक बच्ची के माता-पिता बन गए थे, जिनका नाम उन्होंनें आदिरा रखा है।
यूं तो रानी मुखर्जी यश चोपड़ा की डेथ के दो साल बाद चोपड़ा फैमिली का एक हिस्सा बनीं। लेकिन आदित्य चोपड़ा से शादी के बंधन में बंधने से पहले भी रानी मुखर्जी यश चोपड़ा के साथ एक अच्छा बॉन्ड शेयर करती थीं।
यहां तक कि, जब सभी ने रानी के करियर को खत्म समझ लिया था, तब यश चोपड़ा ने उन पर भरोसा किया और एक फिल्म में काम करने के लिए कहा।
हालांकि, रानी ने उस रोल में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं ली और उस समय यश चोपड़ा ने कुछ ऐसा किया कि रानी को फिल्म के लिए हां कहना पड़ा।
इतना ही नहीं, फिल्म की रिलीज के बाद रानी मुखर्जी की एक्टिंग को भी काफी सराहा गया। तो चलिए जानते हैं कि क्या था वह पूरा किस्सा-
साथिया मूवी के लिए की थी ना
साल 2002 में रानी मुखर्जी यश राज बैनर के तले विवेक ऑबराय के अपोजिट साथिया मूवी में नजर आई थी। इस फिल्म में रानी मुखर्जी के काम को बहुत अधिक पसंद किया गया था। हालांकि, बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि शुरूआत में रानी मुखर्जी इस फिल्म में काम नहीं करना चाहती थीं।
यहां तक कि जब यश चोपड़ा ने उन्हें मूवी में रोल ऑफर किया था, तब रानी मुखर्जी के पैरेंट्स यश चोपड़ा से मिलने गए थे और उन्होंने यश जी से कहा था कि रानी इस फिल्म में काम नहीं करना चाहती है।
रानी मुखर्जी के पैरेंट्स को किया लॉक
फिल्म में रोल के लिए मना करने पर यश चोपड़ा ने कहा था कि वह फिल्म को मना कर बहुत बड़ी गलती कर रही हैं। इतना ही नहीं, यश जी ने रानी मुखर्जी को कॉल किया और कहा कि बेटा, तुम बहुत बड़ी गलती कर रहे हो।
इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने कमरे का दरवाजा बंद कर रहा हूं और जब तक आप फिल्म के लिए हां नहीं कहते, मैं आपके माता-पिता को बाहर नहीं जाने दे रहा हूं।‘ इसके बाद रानी ने फिल्म में काम करने के लिए हां कह दी थी।
करियर में कर रही थीं उतार-चढ़ाव का सामना
अपने करियर में यूं तो रानी मुखर्जी ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। लेकिन प्रोफेशनल फ्रंट पर सफलता हासिल करने के बाद भी रानी को अपनी कुछ मूवी के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसलिए जब उनकी फिल्म मुझसे दोस्ती करोगे ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया, तो भी उन्हें लगभग आठ महीने तक बिना किसी काम के इंतजार करना पड़ा।
उस समय बहुत सारे फिल्म समीक्षकों और पत्रिकाओं ने रानी को खारिज कर दिया था और यह कहा था कि उनका करियर खत्म हो गया है। उस वक्त रानी को लगा कि शायद वे सही हैं लेकिन वह हार नहीं मानने वाली थी। वह कुछ ऐसा करना चाहती थी, जिस पर उनका दिल विश्वास करे। उसी समय उनके पास साथिया मूवी का प्रपोजल आया था।