Yoga to reduce the symptoms of TB:टीबी एक संक्रामक बीमारी है। आप टीबी के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ योगा अभ्यास करके लाभ पा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
Yoga to reduce the symptoms of TV: विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पूरे विश्व में क्षय रोग यानी टीबी की वज़ह से होने वाली मौतें 13वें स्थान पर है। कोरोना, कैंसर और एड्स के बाद अब टीबी के वज़ह से होने वाली मौतें प्रमुख स्थान पर है। टीबी एक वायरल बीमारी है। जो माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस नाम की बैक्टीरिया की वज़ह से होता है। टीवी की समस्या को क्षय रोग ट्यूबरक्लोसिस या तपेदिक के नाम से भी जाना जाता है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बीमारी का नाम टीबी (Yoga to reduce the symptoms of TB) ही है। जिसके कारण हर साल सबसे अधिक लोगों की जान जाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सभी देशों को 2030 तक टीवी मुक्त बनने का लक्ष्य दिया है। इस बीमारी के लक्षण दिखते ही सबसे पहले डॉक्टर से दिखाना चाहिए। टीबी के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ योगा का अभ्यास भी काफ़ी मददगार साबित होता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
:- टीवी की समस्या के लक्षण को कम करने के लिए योगा
(Yoga to reduce the symptoms of TV problem)
क्षय रोग ट्यूबरक्लोसिस या टीबी एक संक्रामक बीमारी है। जो बैक्टीरिया की वज़ह से पनपता है। इसे फेफड़ों का रोग भी कहते हैं। लेकिन यह फेफड़ों के रक्त प्रवाह की वज़ह से शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाता है। जैसे:- हड्डियां, हड्डियों के जोड़, लिम्फ ग्रंथियां, आंत, मूत्र एवं प्रजनन तंत्र के अंग त्वचा और मस्तिष्क के ऊपरी झिल्ली आदि तक।
टीबी के बैक्टीरिया सांस लेने के दौरान शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। और किसी भी मरीज के खांसने, छींकने, थूकने या बात करने के दौरान बलगम या थूक की छोटी-छोटी बूंदे हवा में फैल जाती है और स्वस्थ व्यक्ति के सांस लेने के दौरान उनके शरीर में चली जाती है। जिस कारण उनके शरीर में भी टीबी रोग की समस्या हो जाती है। इस समस्या में दिखने वाले लक्षण को कम करने के लिए कुछ योगा अभ्यास बहुत लाभदायक माना गया है। जैसे:-
1. पश्चिमोत्तानासन या सीटेड फॉरवर्ड बेंड पोज
पश्चिमोत्तानासन या सीटेड फॉरवर्ड बेंड योगा अभ्यास टीबी के समस्या का लक्षण कम करने के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है। इस योगा अभ्यास को करने से शरीर और मन को भी शांत रखने में मदद मिलता है। पश्चिमोत्तानासन योगा अभ्यास शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में भी काम करता है। इस योगा अभ्यास को करने के लिए इन तरीकों को अपनाएं।
:- सबसे पहले आप आसन पर बैठ जाएं। और बार-बार गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे आपका मन शांत होगा।
:- अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीधाई में खोल कर बैठे। और ध्यान रहे कि दोनों एड़ी और पंजे मिले रहे।
:- अब गहरी सांस छोड़ते हुए आप आगे की ओर झुके और झुकने के दौरान अपने दोनों हाथों से पैरों के अंगूठे पकड़ने का प्रयास करें।
:- अपने सिर को घुटनों से लगाएं और दोनों कोहनियां जमीन से लगी रहेंगी।
:- इस स्थिति में आप खुद को कम से कम 30 से 60 सेकंड तक रखें और साथ में धीमी धीमी सांस लेते रहे।
:- अब आप अपनी पुरानी अवस्था में वापस आ जाएं और विश्राम करें।
2. पादहस्तासन या स्टैंडिंग फारवर्ड बेंड पोज
टीवी के लक्षणों और परेशानियों को कम करने के लिए पादहस्तासन या स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड पोज योगा अभ्यास बहुत लाभकारी माना जाता है। इस योगा अभ्यास को नियमित रूप से करने से नाक और गले को भी फ़ायदा मिलता है। कब्ज़ की समस्या या पेट से जुड़ी परेशानियों को कम करने के लिए भी इस योगा अभ्यास को किया जाता है। पादहस्तासन या स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड पोज करने के लिए इन तरीकों को अपनाएं।
:- सबसे पहले जमीन पर आसन बिछाकर खड़े हो जाएं।
:- उसके बाद अपने शरीर को बिल्कुल सीधा रखें। और आंखों को सामने खोल कर रखें।
:- गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं। और कुछ सेकंड के लिए उसी अवस्था में स्थिर रहें।
:- सांस को छोड़ते हुए कमर की मदद से आगे की ओर झुके और अपनी हथेलियों से जमीन छूने का प्रयास करें। अब अपने सिर को घुटनों से चिपकाएं और कुछ देर तक ऐसे ही रुके रहें।
:- अब पहले वाली अवस्था में आने के लिए अपने हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं और पीछे जाने का प्रयास करें।
:- अब सीधे हो जाए अपने दोनों हाथों को नीचे की तरफ ले जाएं।
3. वज्रासन।
शरीर के अनेकों फ़ायदे के लिए वज्रासन योगा अभ्यास को किया जाता है। इस योगा अभ्यास को नियमित रूप से करने से टीबी के समस्याओं के लक्षण को कम किया जा सकता है। पेट की समस्याओं में भी यह योगा अभ्यास को करने से बहुत लाभ मिलता है। इस योग अभ्यास को करने से घुटनों के दर्द में भी काफ़ी आराम मिलता है। वज्रासन का अभ्यास करने के लिए इन स्टेट को फॉलो करें।
:- सबसे पहले आप दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
:- अपने हाथों को कूल्हे के पास रखें।
:- अपने दाएं पैर को मोड़ें और दाएं कूल्हे के पास रखने का प्रयास करें। फिर बाएं पैर को बाएं कूल्हे नीचे रखें।
:- उसके बाद आप निश्चित करें कि आपकी जांघें सटी हुई होनी चाहिए। और अंगूठे आप से जुड़े हुए होने चाहिए।
:- अपने हाथों को घुटने पर रखें। और निश्चित करें कि आपकी ठोड़ी आपके बराबर में हो।
:- अपने मेरुदंड को सीधा करें। और शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ें। अब आराम की सांस लें और कुछ देर तक आराम करें।
:- वज्रासन की स्थिति में रहने के बाद अपने शरीर को दाएं और झुकाते हुए बाएं पैर को सीधा रखें। इसी तरह से शरीर को बाएं और झुकाते हुए अपने दाएं पैर को सीधा रखें।
:- कुछ देर इस योगा अभ्यास को करने के बाद आराम करें।
4. चक्रासन या व्हील पोज
टीवी की समस्या में लक्षणों को कम करने में चक्रासन या व्हील पोज बहुत लाभदायक माना जाता है। इस योगा अभ्यास को करने के लिए इन स्टेप को अपनाएं।
: सबसे पहले आप मैट पर पीठ के तरफ़ से लेट जाएं।
:- दोनों पैरों के घुटनों को मोड़ते हुए एड़ियों को हिप्स के पास लाएं।
:- अपने हाथों को उठाते हुए अपने कान के बगल में रखें।
:- उंगलियां कंधों की ओर होंगी।
:- गहरी सांसों को लेते हुए हाथों और जांघों पर जोर लगाते हुए अपने शरीर को आसमान की तरफ उठाएं।
:- इस आसन में हाथ और पैर जमीन पर ही रहने दे। कमर और छाती हवा में रहेगी।
:- धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी अवस्था में वापस आ जाएं। फिर अपने कमर को आराम दें।
इस योगा का अभ्यास टीवी की समस्या में बहुत लाभदायक होता है। टीबी की समस्याओं के लक्षण को कम करने के लिए और टीबी के कारण होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए इन सभी योगा अभ्यास को करना बहुत ज़रूरी होता है। अगर आपको टीबी की समस्या है तो इन योगा अभ्यास को करने में परेशानी हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।