आज कल के इस अर्थयुग में पैसों का ही बाजार है। पैसे कमाने के बहुत से तरीके हैं। कुछ लोग नौकरी के जरिए पैसे कमाते हैं।किसी भी बिजनेस से चलने के लिए उस प्रोडक्ट की मार्केट में डिमांड होना बेहद जरूरी है कुछ बिजनेस के जरिए कमाई करते हैं।
अगर आप भी बिजनेस के जरिए मोटी कमाई करना चाहते हैं। आप इलेक्ट्रिक लाइट्स, डेकोरेशन प्रोडक्ट्स से लेकर मिट्टी के दिए जैसी चीजें बेचकर कमाई कर सकते हैं।वैसे भी किसी भी बिजनेस को चलने के लिए उस प्रोडक्ट की मार्केट में डिमांड होना बेहद जरूरी है।
भारत त्योहारों वाला देश है। यहां साल के 12 महीनों में कोई न कोई.कोई पर्व आ ही जाता है। फिलहाल दिवाली (Diwali), छठ पूजा (Chhath Puja) जैसे त्योहार आ रहे हैं। इस दौरान मोमबत्ती, जैसी कई चीजों की डिमांड बढ़ जाती है। स दौरान जहां पूजा-हवन सामग्री की मांग रहेगी, नहीं इलेक्ट्रिक लाइट्स, डेकोरेशन प्रोडक्ट्स से लेकर मिट्टी के दिए तक डिमांड में रहेंगे. यानी इन प्रोडक्ट्स का बिजनेस आपको दो महीने में ही बंपर मुनाफा दिला सकता है।
पूजन सामग्री
जैसा कि बताया गया है कि नवरात्रि (Navratri) शुरू होने वाली है और इस त्योहार पर पूजा-पाठ की सामग्री का बिजनेस चरम पर होता है. ऐसे में अगर आप ये बिजनेस शुरू करते हैं, तो फिर फायदा हो सकता है. सिर्फ नवरात्रि पर ही नहीं बल्कि पूजा सामग्री की मांग हमेशा बनी रहती है. दरअसल, भारत में आमतौर पर सभी घरों में पूजा-पाठ किया जाता है और इसमें इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स, जैसे धूप, अगरबत्ती समेत अन्य चीजों की मांग रहती है. कम लागत पर इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको 5000-7000 रुपये लगाने होंगे और इस निवेश के जरिए आप रोजाना 2,000 रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।
LED Bulb Limit एंड Life
LED बल्ब बिजली का खर्च कम लेता है और काफी अच्छी रोशनी देता है. इनकी टाइम लिमिट काफी अच्छी होती, तो लंबे समय तक चलती है. ये प्लास्टिक से बने होते हैं, तो इसके गिरकर टूटने का डर कम रहता है. बता दें एक LED बल्ब की लाइफ आमतौर पर 50000 घंटे या उससे ज्यादा होती है, जबकि CFL बल्ब की 8000 घंटे तक ही होती है. खास बात ये है कि एलईडी बल्ब को रिसाइकिल (recycled) किया जा सकता है. एलईडी में सीएफएल (CFL) बल्बों की तरह पारा (mercury) नहीं होता है, लेकिन इसमें लेड (lead) और निकल (Nickel) जैसे घटक शामिल होते है।
मूर्ति और मोमबत्ती
फेस्टिव सीजन में नवरात्रि, दशहरा या फिर दिवाली के त्योहार पर लाइट्स, दीये और डेकोरेटिव सामानों के साथ ही मूर्तियों और मोमबत्तियों का बिजनेस भी धड़ल्ले से चलता है. नवरात्रि से लेकर दीवाली तक गणेश लक्ष्मी, कुबेर जी, दुर्गा माता समेत अन्य देवी-देवाताओं की मूर्तियों की मांग रहती है. न केवल इस फेस्टिव सीजन में बल्कि साल में पड़ने वाले अन्य मौकों जैसे गणेश चतुर्थी आदि पर भी मूतियों की खूब मांग रहती है. आप मिट्टी, प्लास्टर ऑफ पेरिस या फिर अन्य मैटेरियल से बनी मूर्तियों को बेचकर कमाई कर सकते हैं. इसके अलावा दिवाली पर मोमबत्तियां भी खूब डिमांड में रहती है. डिजाइनर मोमबत्तियों को तैयार कर आप अपने ब्रांड के साथ मार्केट में उतार सकते हैं, इस बिजनेस में भी तगड़ा मार्जिन रहता है।
रंगोली वर्कशॉप
उत्साही लोगों को रंगोली बनाने की कार्यशालायें प्रदान करें. उन्हें सुंदर रंगोली बनाने में मदद करने के लिए आवश्यक सामग्री और मार्गदर्शन प्रदान करें. ये कार्यशालायें व्यक्तिगत और ऑनलाइन दोनों तरह से आयोजित की जा सकती हैं।