हृदय से जुड़े रोगों के मामले का लगातार बढ़ना, जानें heart को कैसे हेल्दी रखा जाए?

Smina Sumra
8 Min Read

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ बातों को विस्तार से जानते हैं।

How to keep heart healthy: वर्ल्ड हेल्थ डे मनाने का एकमात्र उद्देश्य दुनिया के लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और सचेत कराना है। वर्ल्ड हेल्थ डे यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस हर वर्ष 7 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन को ध्यान में रखते हुए दिल से जुड़ी हुई कई समस्याओं पर जैसे मानसिक स्वास्थ्य, हेल्दी डाइट आदि पर विस्तार से चर्चा की जाती है। कई जगह लाइव सेशन्स भी किए जाते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से heart से संबंधित कुछ मुख्य बातों को विस्तार से बताने कीीी कोशिश करेंगेे।

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हृदय को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ बातों को विस्तार से जानते हैं।कुछ ज़रूरी आंकड़े (Some important data)दिल से जुड़ी बीमारी बढ़ने के कारण (Causes of increased heart disease)क्या ज़्यादा एक्सरसाइज़ करने से भी heart disease के बढ़ने का ख़तरा रहता है? (Does exercising too much increase the risk of developing heart disease)क्या कोलेस्ट्रॉल ज़्यादा होने पर भी हार्ट डिज़ीज़ का ख़तरा रहता है? (Is there a risk of heart disease even if you have high cholesterol)कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल कैसे करें?(How to control cholesterol)हार्ट पंपिंग 25 से 30 के क़रीब होने पर क्या करें? (What to do when heart pumping is near 25 to 30)गैस और हार्ट दर्द में अंतर (difference between heart pain and gas pain)हार्ट को हेल्दी कैसे रखें? (How to improve heart health?)

कुछ ज़रूरी आंकड़े (Some important data)

डॉक्टर्स के अनुसार हमारे देश में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो हृदय स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों का सामना कर रहे है। लगभग 35% लोग heart disease से ग्रसित है। इतना ही नहीं सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इसमें ऐसे लोग हार्ट डिज़ीज़ के शिकार हो रहे हैं जो काफ़ी कम उम्र के लोग हैं। heart के बीमारी से ग्रसित कम से कम 12 से 15 फ़ीसदी लोगो ऐसे हैं जिनकी मौत 40 से कम उम्र में हो रही है। और इनका अनुपात लगातार बढ़ता ही जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे मरीजों की संख्या लगभग 25 से 30% तो लगातार बढ़ रही है।

दिल से जुड़ी बीमारी बढ़ने के कारण (Causes of increased heart disease)

डॉक्टर्स का कहना है कि heart से जुड़ी बीमारी का सबसे प्रमुख कारण उनकी ख़राब दिनचर्या है। क्योंकि भारत में क़रीब 90% लोग तो एक्सरसाइज़ से बचना चाहते हैं। कुछ लोग आलस की वजह से एक्सरसाइज़ करना नहीं चाहते हैं। इसके अलावा भी कई कारण हो सकते हैं। जैसे लोग तली भुनी चीज़ों का सेवन अधिक करते हैं। बर्गर, पिज़्ज़ा ,फ्राइड चीज़ें इनमें शामिल है।

डॉक्टर्स यह भी कहते हैं कि हमारे देश में सबसे ज़्यादा जो सेवन किया जाता है वह कार्बोहाइड्रेट है। जिसमें आलू और मिठाईयां शामिल है। इनकी वजह से heart disease का ख़तरा और बढ़ जाता है। इसके अलावा तंबाकू जैसी चीज़ का भी सेवन करने से इसका ख़तरा बढ़ जाता है।

क्या ज़्यादा एक्सरसाइज़ करने से भी heart disease के बढ़ने का ख़तरा रहता है? (Does exercising too much increase the risk of developing heart disease)

इस बात पर डॉक्टर्स का कहना है कि किसी चीज़ की अति बहुत ही नुकसानदायक होती है। अगर आप काफ़ी ज़्यादा हैवी एक्टिविटी कर लेते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक हो सकता है। इससे heart disease का ख़तरा बन सकता है।

क्या कोलेस्ट्रॉल ज़्यादा होने पर भी हार्ट डिज़ीज़ का ख़तरा रहता है? (Is there a risk of heart disease even if you have high cholesterol)

डॉक्टर्स इस बारे में बताते हैं कि कोलेस्ट्रोल का स्तर अधिक होने के लक्षण नहीं होते हैं। यह धीमी धीमी गति से आपके स्वास्थ्य पर असर कर सकता है। सर्कुलेटिंग कोलेस्ट्रोल का स्तर अधिक होने से heart disease होने का ख़तरा रहता है।

कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल कैसे करें?(How to control cholesterol)

:- कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने का अच्छा तरीक़ा यह है कि रोज़ाना एक्सरसाइज़ करें। साथ-साथ शरीर के अन्य परेशानियों को भी यह दूर रखता है।

:- यदि आप डेस्क वर्कर है जो 1400 से 1500 कैलोरी लें। इससे अधिक खुराक़ ना लें ।

:- तंबाकू जैसे चीज़ों से दूरी बनाएं रखें।

:- डायबिटीज़, कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर साइलेंट किलर होता है। जिसका लक्षण नज़र नहीं आता। इस बीमारी के होने की संभावना अधिक होने पर 25 साल के बाद अपना नियमित चेकअप कराते रहना चाहिए।

:- तनाव को कम करें इसके लिए मेडिटेशन और योगा ज़रूर करना चाहिए।

:- स्ट्रेस को कम करें, इसके लिए योग, मेडिटेशन ज़रूर करें।

हार्ट पंपिंग 25 से 30 के क़रीब होने पर क्या करें? (What to do when heart pumping is near 25 to 30)

डॉक्टर्स का कहना है कि सामान्य व्यक्ति का हार्ट पंपिंग पावर 50 से 65 फीसदी होनी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति का हार्ट पंपिंग 25 से 30 के क़रीब है और अगर हार्ट का कुछ हिस्सा ख़राब हो चुका है तो ऐसे में तुरंत इलाज़ की ज़रूरत होती है। और नहीं तो हार्ट फैलियर की स्थिति आ सकती है।

डॉक्टर्स कहते हैं कि हार्ट फेलियर में हार्ट का जो पंपिंग होता है वह कमज़ोर हो जाता है। इसके अलावा कुछ बीमारियां भी ऐसी हैं जिनकी वजह से यह परेशानियां हो सकती हैं। इनके लक्षणों में सांस लेने में परेशानी, पैरों का फूलना इत्यादि हो सकते हैं।

गैस और हार्ट दर्द में अंतर (difference between heart pain and gas pain)

डॉक्टर के अनुसार सीने में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें लंग्स में परेशानी, फ्रैक्चर की परेशानी, मांसपेशियों में खिंचाव, गैस आदि शामिल होता है। आपको सीढ़ी से चलने से, वॉकिंग से किसी तरह की दिक्कत महसूस होती है तो बैठने पर यह परेशानी ठीक हो सकती है। तो यह लक्षण हार्ट से जुड़ी परेशानियों की होते है। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

डॉक्टर्स कहते हैं कि कई लोगों को गैस का दर्द भी सीने में होता है। लेकिन कभी-कभी यही स्थिति विपरीत भी हो सकती है। कुछ स्थितियों में heart की समस्या के कारण पेट में दर्द शुरू हो जाता है। अगर आपको चलने से किसी तरह का दर्द, पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई दे तो, हो सकता है कि आपको हार्ट की बीमारी हो गैस की नहीं।

हार्ट को हेल्दी कैसे रखें? (How to improve heart health?)

:- Healthy डाइट का सेवन करें तली-भुनी चीजों के सेवन से बचें।

:- रोज़ाना एक्सरसाइज़ के पैटर्न को भी चेंज करें।

:- दिन में कम से कम 10000 स्टेप्स ज़रूर चलें।

:- तंबाकू का सेवन त्याग दें।

:- तनाव से दूर रहने के लिए रोज़ाना योगा और मेडिटेशन करना चाहिए।

:- तंबाकू से दूर रहें।

हेल्दी हार्ट के लिए डॉक्टर के द्वारा बताए गए सुझाव का अच्छे से पालन करें। अगर आपको heart की समस्या से संबंधित शरीर में कुछ लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ताकि आगे आने वाले ख़तरे से बचा जा सके।

 

 

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