15 फरवरी 2008 एक फिल्म रिलीज हुई थी फिल्म का नाम था जोधा अकबर। इस फिल्म को आशुतोष गावारिकर ने डायरेक्ट किया था फिल्म में मुगल बादशाह की कहानी लोगों को काफी पसंद आई। इस फिल्म के नायक थे ऋतिक रोशन और नायिका थी ऐश्वर्या राय बच्चन ।
आज हम आपको अपनी पोस्ट के जरिए इस फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातों को बताने जा रहे हैं। जिसे पढ़ने के बाद आपको यकीन हो जाएगा कि किसी फिल्म को भव्य बनाने के लिए कितनी मेहनत लगती है।
अकबर की पहली पसंद थे शाहरुख
ये कम लोगों को ही पता होगा कि फिल्म में अकबर के कैरेक्टर के लिए पहले शाहरुख खान को अप्रोच किया गया था। लेकिन शाहरुख ने जब स्क्रिप्ट पढ़ी तो देखा कि इसका शेड्यूल काफी लंबा है। जिसके कारण उनके पास डेट्स नहीं थी।
लिहाजा शाहरुख ने फिल्म करने से मना कर दिया। शाहरुख के मना करने के बाद फिल्म ऋतिक रोशन को ऑफर हुई और उन्होंने इस रोल के लिए तुरंत हामी भर दी।
रियल चीजों का हुआ इस्तेमाल
जोधा अकबर फिल्म को रियल दिखाने के लिए काफी हद तक रियल चीजों का इस्तेमाल किया गया था. अमूमन सेट मेंइस्तेमाल किए गए घोड़े हाथी और ऊंट असली थी। यही नहीं एश्वर्या राय जिन गहनों को पहने नजर आती हैं वो खास तौर पर बनवाए गए थे।
कुल मिलाकर 400 किलो सोने का इस्तेमाल ऐश्वर्या को तैयार करने में किया गया था। उनके गहने और लहंगों में असली सोने का इस्तेमाल किया गया था। जिन्हें तैयार करने में कई डिजायनर्स की मेहनत लगी थी। ऐसा बताया जाता है कि 70 कारीगरों ने सोने के गहनों पर काम किया।
कीमती गहनों और अन्य शूटिंग में इस्तेमाल किए गए सामान की सुरक्षा एक बड़ा सवाल थी। लिहाजा सेट पर प्राइवेट सुरक्षागार्ड हायर किए गए जिनका काम शूटिंग शुरु होने और खत्म होने के बाद सारे साजो सामान की रखवाली करना होता था। शादी के बाद ऐश्वर्या के नाम के आगे बच्चन शब्द का इस्तेमाल इसी फिल्म में हुआ।
मंगल पांडे फिल्म के बाद एआर रहमान ने पीरियड ड्रामा के लिए कंपोज ना करने का फैसला किया था, हालांकि जब उन्होंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी तो उन्होंने अपना फैसला बदल लिया।
भारत के करजत में फिल्म का सेट बनाया गया। सेट भी ऐसा कि देखने में बड़ा रियल लगता था। शूटिंग जब खत्म हुई तो इस सेट को मेकर्स ने नहीं तोड़ा। क्योंकि ये सेट किसी आलीशान महल से कम नहीं था। लेकिन ऐसा कहा जाता है कि पिछळे साल ये सेट आग से जल गया।