मोना डार्लिंग के डायलॉग से फेमस हुए खूंखार विलेन आजकल कहाँ हैं, आजकल क्यों नहीं दीखते ?

Durga Pratap
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Bollywood: बॉलीवुड इंडस्ट्री में जितना महत्व एक्टर को दिया जाता है उतना ही फिल्मों में कुछ-कुछ विलेन पा लेते हैं. कुछ कुछ भी लेने से हैं जिनके बराबरी हीरो से हो जाती है. वह अपनी एक्टिंग के दम पर हीरो से भी आगे निकल जाते हैं.

बॉलीवुड इंडस्ट्री में कुछ ऐसे विलेन भी है जिसे लोगों ने खूब प्यार दिया है. इस लिस्ट में 1 नाम अजीत खान का भी है जिन्हें लोगों ने खूब प्यार दिया है. अजित के कुछ ऐसे डायलॉग बॉलीवुड इंडस्ट्री में फेमस है जिन्हे आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं.

फिल्म यादों की बारात में उनके द्वारा बोला गया डायलॉग मोना डार्लिंग आज भी बॉलीवुड इंडस्ट्री का सबसे फेवरेट डायलॉग बना हुआ है. बताते हैं अजीत खान अपने केरेक्टर में इस तरह घुस जाते थे कि वह लोगों को उनके किरदार के नाम से बुलाने लगते थे.

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उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री से ज्यादा फिल्मों में ऐसे किरदार निभाए हैं जो हीरों की तस्करी करते हैं. आज इसी बात को लेकर हम अजीत खान के बारे में आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं.

Bollywood: 80 और 90 के दशक के सबसे मशहूर विलेन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में 80 और 90 के दशक में अजीत खान सबसे मशहूर विलेन थे. बहुत कम लोगों को पता है कि इनका असली नाम हामिद अली ख़ान है. उन्होंने अपने नाम को छोटा करने के लिए शुरू से हामिद अली हटा दिया और उसकी जगह अजीत लगाना शुरू कर दिया.

लोगों ने उनके असली नाम से कम ही जानते हैं. लेकिन उनकी फिल्म यादों की बारात में रॉबर्ट के नाम से उन्हें ज्यादा जानते हैं. रॉबर्ट ऐसा गैंगस्टर था जो ज्यादातर हीरों की तस्करी ही किया करता था.

ये किरदार निभाने के लिए उन्हें कई सारे अवॉर्ड भी मिले थे. उनकी इस फिल्म का डायलॉग मोना डार्लिंग आज भी काफी फेमस है. जब उनका नाम लिया जाता है तो सबसे पहले यही तस्वीर दिमाग में आती है कि वह सूट-बूट पहन कर हीरो के बारे में असिस्टेंट मोना को बता रहे हैं.

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इसके अलावा एक और डायलॉग था जो था ‘सारे शहर में मुझे लॉयन के नाम से जानते हैं.’ इस तरह के डायलॉग आज भी बॉलीवुड में फेमस है. अक्सर वह अपनी समझदारी और सूझबूझ से हीरो को भी पीछे छोड़ देते थे. अजीत खान ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है.

27 जनवरी 1922 को उनका जन्म गोलकुंडा हैदराबाद में हुआ था. इसके अलावा उनकी मौत भी 22 अक्टूबर1998 को हैदराबाद में ही हुई थी. आज भी बॉलीवुड इंडस्ट्री में उनके जैसा विलेन कोई और देखने को नहीं मिलता है. उनके आवाज सुनकर ही लोग तालियां बजाने लग जाते थे. वह फिल्मों में हीरो से ज्यादा वाहवाही लूटते थे.

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