दिल्ली से हरियाणा और पंजाब जाने वाले लोगों के लिए यहां के सड़क किनारे बने ढाबे में खाना खाए बिना जाना मुमकिन नहीं है। आप सड़क के रास्ते से यदि जा रहे हो तो यहां के ढाबों में रुककर स्वाद का मजा लेना किसी नए एक्सपीरियंस से कम नहीं है।
लेकिन दिल्ली के जिस इलाके को लोग पराठों और ताजा सब्जियों के स्वाद से जानते हैं वहां इन दिनों कुछ अजीब सा माहौल बना हुआ है। दरअसल मुरथल का क्षेत्र अब देह व्यापार, शराबखोरी और सट्टाबाजी का अड्डा बनता जा रहा है। इन ढाबों में अब पुलिस की निगाह बनीं हुई है। साथ ही साथ पुलिस की कार्यशैली में भी सवालियां निशान लग रहा है।
पुलिस की छापामारी औऱ ढाबों से आपत्तिजनक सामानों के साथ जोड़ों का पकड़ाना अब इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। दरअसल जिन ढाबों में कभी रौनक हुआ करती थी। वहां अब बदनामी का साया है। लिहाजा परिवार वाले लोग अब ढाबा में अपनी शामें बिताने नहीं आते हैं। क्योंकि ढाबा के अंदर हो रहे गैरकानूनी कामों से लोग परेशान है। लोगों को ऐसा लगने लगा है कि ढाबों के अंदर कब बड़ी वारदात हो जाए कोई नहीं जानता।
ढाबा एसोसिएशन है परेशान
इन जगहों पर ढाबा चलाने वालों का कहना है कि कुछ घटिया किस्म के लोगों की वजह से सारा इलाका बदनाम हो रहा है। पुलिस भी जानबूझकर इन ढाबा संचालकों पर बड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है। क्योंकि ये लोग ही पुलिस की आमदनी का जरिया बने है। शराब, जुआ और देह व्यापार ढाबों के नाम को खराब कर रहा है। लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण पूरा बिजनेस ही बदनाम हो रहा है.
कुछ ढाबा मालिकों के मुताबिक उन्होंने कई बार पुलिस को शिकायत दी थी कि कुछ ढाबों पर देह-व्यापार और जुएं जैसे गैरकानूनी खेल हो रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थक हारकर सीएम मनोहरलाल खट्टर से शिकायत की गई। सीएम ने फ्लाइंग स्क्वॉड बनाकर ऐसे ढाबों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। जिसके बाद अब पुराने ढाबा संचालकों ने राहत की सांस ली है।