चिलचिलाती गर्मी के बीच एयर कंडीशनर की हवा खाना भला कौन नहीं चाहेगा लेकिन दोस्तों, जहां एयर कंडीशनर शरीर को ठंडी हवा देकर गर्मी से बचाने का काम करता है, तो वहीं शरीर पर एयर कंडीशनर के नुकसान भी बहुत ज़्यादा हैं। सही वेंटिलेशन के अभाव में एयर कंडीशनर का ज़्यादा इस्तेमाल कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, अगर आप भी एयर कंडीशनर वाले कमरे में ज़्यादा वक़्त बिताते हैं, तो इस लेख को ज़रूर पढ़ें और इस विषय को गंभीरता से लें। शरीर पर एयर कंडीशनर के नुकसान….

 

  • त्वचा को डिहाइड्रेट कर सकता है 

 जैसा कि आपको पता होगा कि एयर कंडीशनर कमरे को ठंडा करने के साथ-साथ कमरे की नमी को चूस कर सूखा कर देता है। वहीं, अत्यधिक शुष्क हवा त्वचा को डिहाइट्रेट कर सकती है इसलिए ज़्यादा समय तक एयर कंडीशनर का इस्तेमाल त्वचा से वाटर कटेंट को कम कर सकता है।

  •  सिर दर्द की समस्या  

ज़्यादा समय तक एसी में रहना सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या का कारण बन सकता है। इसके पीछे का कारण भी एसी की वजह से डिहाइड्रेशन ही है। वहीं, एसी कमरे में बहुत देर बैठने और फिर बाहर आकर गर्म तापमान में समय बिताने से भी ये समस्या हो सकती है।

  •  एलर्जी की समस्या 

एयर कंडीशनर को अगर बीच-बीच में साफ़ न किया जाए, तो ये एलर्जी का कारण बन सकता है। दरअसल, एसी को साफ़ न करने से इसमें धूल, गंदगी व बैक्टीरिया जम सकता है। वहीं, एसी चलाने पर जब ये गंदगी और बैक्टीरिया कमरे की हवा के साथ मिलते हैं तो ये इंफ़ेक्शन, खुजली या त्वचा का लाल होना जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

  • ड्राई आई की गंभीर समस्या 

एयर कंडीशनर सूखी आंख की स्थिति आंखों में जलन और सूखापन का कारण बनती है। वहीं, इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को एसी वाले कमरे में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।

  • थकान और कमज़ोरी 

देखा गया है कि जो व्यक्ति ज़्यादा समय तक एयर कंडीशनर वाले कमरे में वक़्त बिताता है या उसका आदि हो जाता है, उसमें जल्दी थकान और कमजोरी की समस्या पैदा हो सकती है।

  • सांस संबंधी समस्या  

ज़्यादा समय तक एयर कंडीशनर वाले कमरे में समय बिताने से सांस संबंधी समस्या का जोखिम बढ़ सकता है, क्योंकि इसका अधिक इस्तेमाल नाक और गले की सामान्य प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। वहीं, ये फेफड़ों को भी प्रभावित कर सकता है।

  • धूप सहन करने की क्षमता में कमी 

 जो लोग एसी के आदि हो जाते हैं, उनमें धूप सहन की करने की क्षमता कम हो सकती है। वहीं, वो धूप में अन्य लोगों की तुलना में ज़्यादा असहज महसूस कर सकते हैं।

  • संक्रमण का खतरा  

National Center for Biotechnology Information के मुताबिक पब्लिक एरिया जैसे अस्पताल या वर्किंग प्लेस में एसी कंटैमिनेशन का रिस्क पैदा कर सकता है, जिसके संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

  •  बुखार और छाती में दर्द   

ज़्यादा समय तक एयर कंडीशनर वाले कमरे में वक़्त बिताना सर्दी, बुखार, सिरदर्द और सीने में दर्द की समस्याओं का जोखिम बढ़ा सकता है।

  • मोटापे की समस्या  

अत्यधिक एसी का इस्तेमाल मोटापे का जोखिमको बढ़ा सकता है। दरअसल ये शरीर को कम ऊर्जा खर्च करने का कारण बनता है, जिससे शरीर में वसा या फैट का जमाव हो सकता है और इससे मोटापे का जोखिम बढ़ सकता है।

एसी के इस्तेमाल संबंधी इन बातों का रखें ध्यान

  •  एसी को समय-समय पर साफ़ और सर्विसिंग कराते रहें।
  • लगातार एसी के सामने न बैठे रहें।
  • बीच-बीच में यानी हर 1-2 घंटे में एसी को कुछ देर के लिए बंद ज़रूर कर दें।
  • सीधे धूप से आकर एसी वाले कमरे में न बैठे और एसी वाले कमरे से निकलर सीधे धूप में न जाएं।
  • जिस कमरे में एसी चलता है, बीच-बीच में उस कमरे की खिड़कियां खोलें, ताकि धूप और ताज़ी हवा अंदर आ सके।