फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए करें अंजनेयासन अभ्यास, जानें तरीक़ा…

Smina Sumra
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Anjaneyasana Benefits

Anjaneyasana Benefits:अपने शरीर के साथ साथ फेफड़े को स्वस्थ रखने के लिए आप अंजनेयासन का अभ्यास कर सकते हैं। अगर आप इस अभ्यास को सही तरीक़े और कुछ सावधानियों के साथ करेंगे तो यह बहुत फायदेमंद है।

Anjaneyaaasan: आजकल लोगों के जीवनशैली में काफ़ी बदलाव आ चुका है। इस बदलती जीवनशैली के कारण लोग कई समस्याओं और बीमारियों से घिर रहे हैं। ऊपर से वर्तमान समय में प्रदूषण एक अलग ही समस्या बन चुका है। पर्यावरण को प्रदूषित करने में लोगों का बहुत बड़ा हाथ है। और इसका शिकार भी लोग ही सबसे ज़्यादा होते हैं। प्रदूषण के कारण लोगों को कई समस्याएं और बीमारीयों का शिकार होना पड़ रहा है। इसका सबसे ज़्यादा असर लोगों के फेफड़ों पर पड़ता है। और इससे बचाव का सबसे बेहतर उपाय है योगाभ्यास।

अगर आप फिटनेस और हेल्थ पर ध्यान देंगे तो फेफड़ों की समस्या से निजात पा सकते हैं। वैसे तो शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए अलग-अलग योगा और व्यायाम है। लेकिन फेफड़ों को स्वस्थ और इसकी क्षमता को सुधारने के लिए आप अंजनेयासन का अभ्यास कर सकते हैं। नियमित रूप से अगर आप अंजनेयासन (Anjaneyasana Benefits) का अभ्यास करते हैं तो इससे आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। साथ ही आप पूरे दिन एनर्जेटिक फील करेंगे। आइए जानते हैं अंजनेयासन करने के फ़ायदे और तरीक़े को।

अंजनेयासन करने के फ़ायदे (Benefits of Anjaneyaaasan)

फिट और हेल्दी रहने के लिए अंजनेयासन सबसे अच्छा योगासन माना जाता है। यह आसन फेफड़ों की क्षमता में सुधार करता है। फिटनेस के लिए भी आप इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं। अंजनेयासन अभ्यास करने के दौरान आपका शरीर बिल्कुल अर्धचंद्राकार दिखेगा। अगर आप हर रोज अंजनेयासन (Anjaneyasana Benefits) का अभ्यास करेंगे तो आपको पूरे दिन एनर्जी महसूस होगा। और दिन प्रतिदिन आपका फिटनेस भी सुधरेगा। इसके कई मुख्य फ़ायदे हैं जैसे-

:- नियमित तौर पर अंजनेयासन का अभ्यास करने से आपके फेफड़े मज़बूत होंगे। और चेस्ट के आसपास की मांसपेशियां भी मज़बूत होंगी।

:- हर रोज़ इस आसन को करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान महसूस करेंगे।

:- अंजनेयासन का अभ्यास थकान दूर करने और स्टेमिना बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है।

:- अगर आप अपने पेट और कमर की मांसपेशियों को मज़बूत करना चाहते हैं तो आप अंजनेयासन का अभ्यास कर सकते हैं।

:- अंजनेयासन अभ्यास शरीर की फ्लैक्सिबिलिटी बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है।

:- अगर आपको साइटिका की समस्या है तो भी आप अंजनेयासन योग का अभ्यास कर सकते हैं। साइटिका में यह आसन बहुत ही उपयोगी होता है।

:- अगर आप अपने शरीर का पोश्चर सुधारना चाहते हैं तो भी अंजनेयासन आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है।

अंजनेयासन अभ्यास करने का तरीक़ा (Steps to do Anjaneya aasan)

अंजनेयासन को एक मध्यम श्रेणी का योगासन माना जाता है। इसका अभ्यास आप बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। अंजनेयासन का अभ्यास करने के लिए आपको कुछ स्टेप्स को फॉलो करने होंगे, जैसे-

:- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप योगा मैट पर वज्रासन मुद्रा में बैठ जाएं।

:- अब आप अपने बाएं पैर को पीछे की तरफ़ ले जाएं। और दाहिने पैर के तलवे को ज़मीन पर रखें।

:- उसके बाद आप अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर से ले जाकर आपस में जोड़ें।

:- उसके बाद आप धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकने का प्रयास करें।

:- अंजनेयासन को करने के दौरान आप अपने हाथों को जितना संभव हो सके उतना पीछे की ओर ले जाएं।

:- अब आप 20 से 30 सेकंड तक इसी पोजीशन में बने रहें।

:- 20 से 30 सेकंड के बाद आप पहले की तरह सामान्य स्थिति में आ सकते हैं।

:- शुरुआत में इस आसन को करते समय आप 4 से 5 बार इसका अभ्यास ज़रूर करें।

अंजनेयासन का अभ्यास करते समय सावधानियां (Precautions while practicing Anjanayasana)

अंजनेयासन अभ्यास करते वक़्त आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ेगी। इस आसन को करते समय हमेशा इस बात का ध्यान दें कि इस आसन का अभ्यास हमेशा खाली पेट ही करें। वहीं दूसरी ओर अगर आपकी कमर, पेट या पैरों में दर्द हो तो इस आसन का अभ्यास नहीं करें।

इसके अलावा अगर किसी को कोई गंभीर बीमारी है या किसी बीमारी का इलाज चल रहा है तो भी इस योगासन का अभ्यास ना करें। या फिर इस योगासन को शुरू करने से पहले किसी डॉक्टर या फिटनेस एक्सपर्ट की सलाह ज़रूर ले लें।

डॉक्टर और फिटनेस एक्सपर्ट के अनुसार अंजनेयासन अभ्यास को हाई ब्लड प्रेशर और ह्रदय से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों को नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अंजनेयासन अभ्यास को घुटने में दर्द और गठिया के मरीजों को भी नहीं करना चाहिए।

वैसे अगर आप किसी भी योग या व्यायाम की शुरुआत करने जा रहे हैं तो पहले एक्सपर्ट की सलाह ले लें। या फिर किसी एक्सपोर्ट के अंडर में रहकर ही किसी आसन का अभ्यास करें।

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