केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया बड़ा ऐलान अब हर किसान तक पहुंचाए जाए गए ” प्रमाणित व वैज्ञानिक रूप से तैयार बीज” क्या फायदे है इनके?

Pinky
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अमित शाह ने किसानों को गुणवत्तापरक प्रामाणिक बीज मुहैया कराने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि बीबीएसएसएल की स्थापना प्रामाणिक बीजों का घरेलू उत्पादन बढ़ाने के साथ निर्यात बढ़ाने के लिए किया गया है। उन्होंने बताया कि भारत में प्रामाणिक बीजों का उत्पादन केवल 465 लाख टन है. इसमें सहकारी क्षेत्र की हिस्सेदारी केवल एक प्रतिशत के करीब है।

उन्होंने बीबीएसएसएल के सदस्यों को प्रमाणपत्र भी दिए। बीबीएसएसएल ने छोटे स्तर पर शुरुआत की है लेकिन यह सहकारी संस्था भारत के बीज उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाली है। शाह ने कहा कि यह गवगठित सहकारी संस्था आने वाले वर्षों में बीजों के संरक्षण, संवर्द्धन और शोध कार्य में महत्त्वपूर्ण योगदान देगी।

किसानों को वैज्ञानिक रूप से तैयार प्रमाणित बीज उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इससे न केवल किसान प्रभावित हो रहे हैं बल्कि देश का खाद्यान्न उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने वैश्विक बीज उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी एक प्रतिशत से भी कम होने पर दुख जताया।

उन्होंने कहा कि बीबीएसएसएल भारत से प्रमाणित बीजों का निर्यात बढ़ाएगी। इस सहकारी का पूरा लाभ किसानों में बांटा जाएगा। शाह ने कहा कि बीबीएसएसएल बीजों के उत्पादन, परीक्षण, प्रमाणन, प्रसंस्करण, भंडारण, लेबलिंग, पैकेजिंग और निर्यात पर साथ-साथ काम करेगी।

प्रमाणित बीज।  

यह बीज आधार बीज की संतति होती है जिसे प्रमाणीकरण संस्था द्वारा निर्धारित मानक अनुसार पाये जाने पर प्रमाणित किया जाता है। प्रमाणित बीज की थैलियों पर उत्पादक का दूधिया हरे रंग का लेबल एवं बीज प्रमाणीकरण संस्था का नीले रंग का टैग लगा होता है। जिसमें संस्था के प्रतिनिधि के हस्ताक्षर होते हैं।

प्रमाणित बीज का क्या महत्व है ?

उच्च गुणवत्ता के प्रमाणित बीज के प्रयोग से ही लगभग 20 प्रतिशत उत्पादकता/उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है। अतः किसान भाईयों को चाहिए कि वे अपनी फसलों के बीज जैस-धान, गेहूं, समस्त दलहनी फसलें एवं राई-सरसों तथा सूरजमुखी को छोड़कर समस्त दलहनी फसलों का बीज प्रत्येक तीन वर्ष में बदल कर बुवाई की जानी चाहिए।

बीज प्रमाणीकरण का उद्देश्य ?

बीज प्रमाणीकरण का मुख्य उद्देश्य बीज व्यवहार्यता, शक्ति, शुद्धता और बीज स्वास्थ्य के स्वीकार्य मानकों को सुनिश्चित करना है।

बीज प्रमाणीकरण कितने प्रकार के होते हैं ?

बीजों की विभिन्न श्रेणियां और पंजीकृत बीज टैग का रंग
भारत में बीजों की चार श्रेणियां हैं- परमाणु बीज, ब्रीडर बीज, फाउंडेशन बीज और प्रमाणित या पंजीकृत बीज। बीज अधिनियम 1966 की धारा 5 के अनुसार, इनमें से प्रत्येक बीज पर एक अलग रंग का टैग होता है। इसलिए, हम उन्हें लेबल बीज भी कहते हैं।

बीज का मतलब क्या होता है?

वनस्पति विज्ञान में, बीज एक अविकसित पौधा भ्रूण और एक सुरक्षात्मक बाह्यावरण में संलग्न खाद्य भंडार है। अधिक सामान्यतः, “बीज” शब्द का अर्थ कुछ भी है जिसे बोया जा सकता है, जिसमें बीज और भूसी या कन्द शामिल हो सकते हैं।

बीज  के प्रकार। 

  1.    प्रजनक बीज

2. आधारीय बीज

3. प्रमाणित बीज

4. सत्यापित बीज

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By Pinky
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