महेन्द्र सिंह धोनी से लेकर शिखर धवन तक ऐसे खिलाड़ी जो क्रिकेट से पहले करते थे ये काम…..

Ranjana Pandey
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भारतीय क्रिकेट के दीवानों की इस देश में कोई कमी नहीं है। इस खेल के प्रति लोगों की दीवानगी इस हद तक जुड़ी हैं कि वह अपने चाहिते क्रिकेटर्स के निजी जिंदगी के बारे में हर छोटी से छोटी खबर भी जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। ऐसे में कई लोग अपने चहेते खिलाड़ियों के खेल में आने से पहले उनके जॉब के बारे में जानने की इच्छा रखते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ सितारों की बात करेंगे जो भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने से पहले किसी दूसरे जॉब में थे।

महेन्द्र सिंह धोनी
भारत के सबसे सफलतम कप्तान में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने ना केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपनी होनहार बल्लेबाजी और अपने कैप्टन कूल की इमेज को बना कर रखा है। यह सब जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने बहुत कड़ी मेहनत की है। उन्हें यह जगह बहुत मुश्किल से मिली थी। भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने से पहले महेंद्र सिंह धोनी भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें यह जो आप बिल्कुल पसंद नहीं थी इसलिए उन्होंने इस जॉब को छोड़कर अपने सपनों की ओर और कड़ी मेहनत की थी।

शिखर धवन
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाज शिखर धवन ने क्रिकेट में आने के लिये कड़ा संघर्ष देखा है। शिखर धवन ने 2001 में दिल्ली के लिए अंडर 16 में अपनी जगह तो पक्की की लेकिन दो मैचों वह बाहर बैठा दिए गए थे। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का पूरा मन बना लिया था साथ ही अपने मौसा जी के दुकान पर बैठने का फैसला ले लिया था। उन्होंने ऐसा किया भी उन्होंने अपने मौसा जी की दुकान पर जाकर काम करना शुरू भी किया लेकिन जॉब के 2 दिन बाद ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी और वापस क्रिकेट की ओर बढ़ गए। शिखर ने कभी भी मेहनत करने से हाथ नहीं खींचा इसी का नतीजा था कि उन्होंने भारतीय टीम में एंट्री मिली साथ ही साथ उन्होंने आईपीएल में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और वह स्टार बल्लेबाज के तौर पर उभरकर बाहर आए।

आर अशविन
भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी की कमान सम्भालते हुए अर अशविन बड़ी कठिनाइयों कैसा इस टीम का हिस्सा बने हैं। दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने से पहले व दूसरे सेक्टर में काम किया करते थे। आर अशविन जोगी एसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की डिग्री ले चूके हैं उन्होंने सॉफ्टवेयर कंपनी को कई ऑफर ठुकराए है। उन्होंने अपना फोकस क्रिकेट से कभी भी नहीं हटाया। इसी के साथ उन्होंने अपना करियर बेहतरीन तरीके से क्रिकेट में ही बनाया।

युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल को एक बेहतरीन बॉलर के रूप में देखा गया है। लेकिन उन्हें कभी भी क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं थी। कहा जा सकता है कि चहल को पूरी तरह से किस्मत के वापसी मैदान में लाकर खड़ा कर दिया था। अगर उनको पसंद को देखा जाए तो उन्हें चेस खेलना बेहद पसंद था। यही नहीं बल्कि 10 साल की उम्र में उन्होंने नेशनल लेवल पर अपना जलवा दिखाते हुए कई खिताब अपने नाम किए थे। स्पॉन्सर ना मिलने की वजह से उन्होंने इस खेल को अलविदा कहकर खेल की ओर बढ़ने का फैसला किया। फिर उन्होंने क्रिकेट में रुचि दिखाई साथ ही में मुंबई इंडियंस के जरिए चहल ने मैदान में पहली बार कदम रखा और अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को दीवाना बना लिया।

वरुण चक्रवर्ती
यंग खिलाड़ियों में से एक वरुण चक्रवर्ती भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा है साथ साथ वह कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से भी खेलते हैं। क्रिकेट से पहले वरुण सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब किया करते थे। 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने वाले वरुण को साल की उम्र में इतनी निजी कारणों की वजह से क्रिकेट छोड़ना पड़ा।पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद वरुण ने कुछ साल आर्किटेक्ट की जॉब भी की लेकिन उनका मन हमेशा से ही क्रिकेट के लिए धड़कता रहा। हार कर उन्होंने जॉब छोड़ दी और दोबारा क्रिकेट ग्राउंड पर एंट्री ली।आज वरुण भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक गिने जाते हैं।

वेंकटेश अय्यर
वेंकटेश अय्यर ने अपने सीए की पढ़ाई पूरी करके नौकरी करना चाहते थे लेकिन उनकी माँ चाहती थी कि वह अपने क्रिकेट पर ध्यान दें। अक्सर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ हैं और खेले का पर इसका विपरीत अय्यर की माँ यह चाहती थी कि वह दिनभर पढ़ाई ना करे के क्रिकेट खेला करें। इसके लिए उन्होंने वेंकटेश को कई बार मोटीवेट भी किया। अपनी माँ की ओर से मोटिवेशन पाकर वेंकटेश खेल की तरफ रुचि दिखाना शुरू किया। आज वह एक सफल क्रिकेट अर है जिसका वह पूरा श्रेय अपनी माँ को देते हैं।

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