अभिनेत्री आलिया भट्ट की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ आज यानी 25 फरवरी को सिनेमाघरोंं में रिलीज हो गई है। आलिया भट्ट की अदाकारी और संजय लीला भंसाली के निर्देशन से सजी यह फिल्म मुंबई ‘माफिया क्वीन’ गंगूबाई कोठेवाली की असल कहानी पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन इतने बेहतरीन तरीके से किया गया है कि आप इसे देखते वक्त अपने आंसू रोक नहीं पाएंगे। फिल्म में ऐसे कई सीन हैं, जिनका मतलब बहुत गहरा और रोंगटे खड़ें कर देने वाला है।
फिल्म में आलिया के अलावा अजय देवगन , शांतनु महेश्वरी , विजय राज , इंदिरा तिवारी , सीमा पाहवा , वरुण कपूर और जिम सरब भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी हुसैन जैदी की किताब माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई पर आधारित है।
कहानी
यह तो सभी जानते हैं कि फिल्म मुंबई ‘माफिया क्वीन’ गंगूबाई कोठेवाली की असल कहानी पर आधारित है। फिल्म में दिखाया गया है कि गंगा कैसे गंगूबाई और गंगूबाई से गंगूबाई काठियावाड़ी बन जाती है। इस बीच का सफर उसके लिए कितना दर्दभरा और मुश्किल होता है, यह बेहतरीन तरीके से दर्शाया गया है। फिल्म की शुरुआत में दिखाया जाता है कि गंगा एक लड़के से प्यार करती है और वो भी उससे प्यार का दिखावा करता है। यही नहीं धोखे से गंगा को मुंबई के कोठे पर बेच आता है। उसके बाद गंगा गंगूबाई बनती है और उस दुनिया पर राज करती है, जिसमें औरतों के खड़े होने पर ही उसे बदचलन कह दिया जाता है लेकिन गंगूबाई का सब सम्मान करते थे। गंगूबाई किसी लडक़ी को उसकी मर्जी के बिना कोठे में नहीं रखती थीं। गंगूबाई ने सैक्स वर्कर्स और अनाथ बच्चों की बहुत मदद की थी, इसलिए उन्हें गंगूबाई काठियावाड़ी कहा गया।
गंगूबाई ने देश में वेश्यावृत्ति को वैध बनाने वाला पहला कानून लाने में भी मदद की। इस फिल्म की सबसे प्रभावशाली बात यह है कि निर्देशक ने बड़ी ही गंभीरता से उस मुद्दे को उठाया है।जब-जब गंगूबाई मुसीबत में होती है वो करीम लाला यानी अजय देवगन से मदद मांगती है। करीम लाला के सामने किसी की आवाज नहीं निकलती वह वहां का माफिया है। करीम लाला भी गंगूबाई की उस समय मदद करता है जब सभी ने गंगूबाई का साथ छोड़ दिया था। यही नहीं करीम लाला गंगूबाई की मुंबई के कोठे का चीफ बनने में भी मदद करता है।
एक्टिंग
एक्टिंग के मामले में आलिया की बात की जाए तो यह फिल्म उनके करियर की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस होने वाली है। ऐसा लगता है जैसे आलिया ने गंगूबाई के किरदार को घोलकर पी लिया। अजय देवगन ने अपनी एक्टिंग से फिल्म में जान डाल दी। वहीं सीमा पाहवा ने शीला मासी का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया है।
साथ ही हम शांतनु महेश्वरी, विजय राज, इंदिरा तिवारी और जिम सरब की तारीफ करना भी नहीं भूल सकते। सभी ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है।शांतनु महेश्वरी जिन्हें गंगूबाई से प्यार हो जाता है और विजय राज जो की रजियाबाई के किरदार में हैं। वहीं इंदिरा तिवारी गंगूबाई की अच्छी दोस्त होती है जिसका नाम कमली है। इनके अलावा जिम सरब एक जर्नलिस्ट के किरदार में नजर आएं हैं।
डारेक्शन
पद्मावत और बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों के बाद संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म में भी अपनी जादूगरी दिखा दी।फिल्म में भयानक उत्साह और दुस्साहस है। शानदार फैंटसी-म्यूजिकल सीन से फिल्म लवालब है। कई बोल्ड सीन्स के साथ बोल्ड कदम भी उठाए गए हैं, जो इससे पहले आपने किसी फिल्म में नहीं देखें होंगे। फिल्म में बड़े-बड़े सेट और कमाल की लाइटिंग भी नजर आएगी। कुल मिलाकर यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए।