भारतीयों को सोने से बड़ा लगाव रहा है। इतिहास गवाह है कि भारत मे सोने को काफी प्राथमिकता मिलती रही है। आज सोने को निवेश के तौर पर भी देखा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं दुबई में इंडिया से भी सस्ता सोना मिलता है? जी हाँ, इस बात से सच्चाई तो है लेकिन ऐसा क्यों हो इसे जानना बेहद दिलचस्प होगा।
सोने की आयात की बात करें तो दुबई में सोने पर कोई भी आयात शुल्क नहीं देना होता। वहीं भारत में इस शुल्क का भुगतान करना बेहद जरूरी है। इसकी वजह से भी सोने भाव में अंतर दिखाई पड़ता है। एक उदाहरण के लिए, 19 सितंबर 2022 को दुबई 22 कैरेट एक ग्राम सोने की कीमत 4252 रुपए था।वहीं अगर बात करें भारत के तो भारत मैं मुंबई में एक ग्राम सोने की कीमत ₹4656 रुपए था। अगर ध्यान से समझें तो दुबई में अगर कोई व्यक्ति 10 ग्राम सोना खरीदा है तो हमारे देश की तुलना में उससे करीबन 4000 रुपये कम चुकाने होंगे।
एक रिपोर्ट के अनुसार सोने के दाम में अंतर होने के कारण दुबई में रहने वाले लोगों के दोस्त या रिश्तेदार अक्सर उनसे दुबई से सोने की ज्वेलरी मँगाते हैं। लेकिन अगर आप गौर करें तो आपको जानकर आश्चर्य होगा की दुबई से अगर ज्वेलरी मंगाई जाए तो वह भारतवासियों के लिए नुकसान का सौदा है। जी हाँ, दुबई में मेकिंग चार्ज अधिक होता है ओर कस्टम ड्यूटी लगने पर जब दोनों देशों की करंसी की वैल्यू को आंका जाए तो हमें दुबई से खरीदी गई ज्वेलरी काफी मेहेंगी पड़ती है।
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन आशीष पेठे ने बताया कि 15% इंपोर्ट ड्यूटी और 3% जीएसटी लगने के बाद दुबई और हमारे देश के सोने के दामों में तकरीबन 18. 45 प्रतिशत का ही अंतर रह जाता है। लोगो के बीच इस बात की जागरूकता न होने की वजह से लोगों को लगता है कि दुबई से सोना खरीदना फायदेमंद है, जबकि अच्छे से जांच परख की जाए तो दुबई से खरीदारी करने से ज्यादा पैसों की बचत नहीं हो पाती है।
अगर हम मेकिंग चार्जेस की बात करें तो इंडिया में ज्वेलरी बनाने के लिए हमे तकरीबन 7% का मेकिंग चार्ज लगता है वही दुबई की बात करें तो यह बढ़ कर 25% हो जाता है। करेंसी की बात करें तो दुबई की करंसी देर हम की वैल्यू भारतीय रुपए की वैल्यू से अधिक है ऐसी स्थिति में भारतीयों को सोने की खरीदारी पर अधिक पैसा देना होता है।
बताया जाता है कि मेकिंग चार्ज और करंसी को कन्वर्ट करने के बाद की वैल्यू के अलावा अन्य चार्जर्स भी जोड़े जाते हैं। जिसकी वजह से दुबई से अगर कोई सोना खरीदता है तो उसे फायदा नहीं बल्कि नुकसान झेलना पड़ता है। दुबई में सोने के भाव सस्ते होने का भारतीयों को कोई लाभ नहीं होता है।