पद्मासन अभ्यास के 5 फ़ायदे, मिलेगी इन समस्याओं से छुटकारा

Smina Sumra
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Health Benefits Of Padmasana Yoga

Health Benefits Of Padmasana Yoga: पद्मासन का अभ्यास करने से तन-मन और आत्मा तीनों को शांति मिलती है। साथ ही कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

Padmasana benefits: स्वस्थ जीवन जीने के लिए योगा को बहुत ज़रुरी माना जाता है। पद्मासन भी इन्हीं योगा में से एक है। पद्मासन दो शब्दों से मिलकर बना है पद्म और आसन। इसमें पद्म का मतलब होता है कमल। यानी इस योगासन में जो साधक होता है वह कमल के फूल की भांति नज़र आता है। इंग्लिश में इस आसन को लोटस पोज़ योगा (Lotus pose yoga) कहते हैं।

पद्मासन की स्थिति में बैठने पर तन-मन और आत्मा तीनों को शांति मिलती है। इस योगा को करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर आप पद्मासन योगा करते हैं तो इससे छोटी से लेकर गंभीर बीमारी भी दूर हो सकती है। इसके अलावा भी पद्मासन कई शारीरिक समस्याओं को दूर करता है। आइए जानते हैं पद्मासन के फ़ायदे को।

पद्मासन के निम्नलिखित फ़ायदे होते हैं (Benefits of Padmasana)

1. अनिद्रा की समस्या दूर करता है (Padmasana for insomnia)

आजकल तनाव भरी ज़िंदगी में हर किसी को अनिद्रा की समस्या हो रही है। ऐसे में अगर आपको भी अनिद्रा की समस्या है तो आप पद्मासन (Health Benefits Of Padmasana Yoga) का अभ्यास कर सकते हैं। पद्मासन अनिद्रा की समस्या को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है। इस योगा को करने से स्ट्रेस भी दूर होता है। अगर आप पद्मासन को हर रोज़ करते हैं तो आप रात में सुकून भरी गहरी नींद में सो सकते हैं।

2. ऊर्जावान बनाए रखता है (Padmasana for energy)

अगर आप पद्मासन का अभ्यास सुबह ख़ाली पेट करते हैं तो इससे आप पूरे दिन ऊर्जावान रह सकते हैं। पद्मासन में बैठने की अवस्था ऐसी होती है जिससे आपकी शारीरिक और मानसिक थकान दूर हो सकती है। पद्मासन शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है।

3. पाचन क्रिया में सुधार करता है (Padmasana for digestion)

अगर आपका पाचन तंत्र कमज़ोर है तो इससे कई बीमारियां उत्पन्न होती हैं। कमज़ोर पाचन तंत्र से गैस, एसिडिटी, अपच और कब्ज़ जैसी समस्या हो सकती है। कई बार तो इससे गंभीर बीमारी होने का भी ख़तरा रहता है। ऐसी स्थिति में अगर आप रोज़ पद्मासन का अभ्यास करते हैं तो आपकी पाचन क्रिया मज़बूत रहेगी। पद्मासन पाचन क्रिया को सुचारु रुप से चलाने का काम करता है।

4. घुटनों को मज़बूत बनाता है (padmasan for knee)

अक्सर उम्र बढ़ने के साथ-साथ घुटने में भी समस्या होने लगती है। ऐसे में अगर आप पद्मासन का अभ्यास करते हैं तो घुटने में दर्द की समस्या दूर होगी। पद्मासन घुटने को मज़बूत बनाता है। पद्मासन की अवस्था में बैठने पर घुटनों में होने वाले दर्द से आराम मिलता है। पद्मासन का अभ्यास करने से अर्थराइटिस की समस्या से भी आराम मिलता है।

5. दिमाग़ शांत रखता है (Healthy mind)

इस कंपटीशन के दौर में लोग हर वक़्त तनाव और चिंता में डूबे रहते हैं। इस तनाव भरी ज़िंदगी में अपने दिमाग़ को शांत रखना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में अगर आप अपने दिमाग़ को शांत और स्थिर रखना चाहते हैं तो पद्मासन का अभ्यास कर सकते हैं। पद्मासन करने के दौरान आप ध्यान भी लगा सकते हैं। पद्मासन करने से मन और दिमाग़ को शांति पहुंचती है। ज़्यादा फ़ायदे के लिए आप पद्मासन का अभ्यास हर रोज़ सुबह शाम कर सकते हैं।

पद्मासन का अभ्यास करने से इन सबके अलावा भी कई फायदे और हैं। पद्मासन का अभ्यास जांघ, पैरों और घुटनों को मज़बूती प्रदान करता है। पद्मासन करने से दिमाग़ की एकाग्रता बढ़ती है। पद्मासन एक ऐसा आसन है कि इसका अभ्यास गर्भवती महिलाएं भी आसानी से कर सकती हैं। यह बहुत ही बेहतर आसन है। इसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं।

पद्मासन करने का तरीक़ा (Steps of padmasana abhyas) 

:- पद्मासन करने के लिए सबसे पहले आप ज़मीन पर एक योगा मैट बिछा लें।

:- उसके बाद मैट पर अपने पैरों को आगे फैलाकर बैठ जाएं।

:- अब आप अपनी कमर, पीठ और रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखें।

:- अब अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर को अपनी दाईं जांघ पर रख लें।

:- फिर अपने बाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर को अपनी दाई जांघ पर रख लें।

:- उसके बाद अपनी दोनों हथेलियों को अपने घुटने पर रखें। इस दौरान आप कोई भी हस्त मुद्रा बना सकते हैं।

:- उसके बाद लंबी सांस लें। और कुछ सेकंड तक रोककर फिर सांस को छोड़ दे।

:- आप पद्मासन का अभ्यास 1 से 5 मिनट तक कर सकते हैं।

पद्मासन अभ्यास करने के लिए कुछ ज़रूरी बातें (Some important tips of padmasan abhyas)

:- पद्मासन अभ्यास करने के लिए आप किसी शांत और स्वस्थ वातावरण का चुनाव करें।

:- अगर आपके घुटनों या टखनों पर किसी तरह की चोट लगी है तो पद्मासन का अभ्यास करने से बचें।

:- अगर किसी की हाल फिलहाल में घुटने या कूल्हे की सर्जरी हुई है तो उन्हें पद्मासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

:- कोशिश करें कि पद्मासन का अभ्यास सुबह ख़ाली पेट करें।

:- अगर सुबह में आपके पास समय नहीं है तो आप शाम में भी पद्मासन का अभ्यास कर सकते हैं।

:- ध्यान ध्यान रहे कि पद्मासन करने के दौरान आपका पेट ख़ाली हो।

इस तरह अगर आपको भी तनाव या चिंता जैसी समस्या है तो आप पद्मासन का अभ्यास कर सकते हैं।

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