हेल्थ केयर से पहले है क्यो हेल्थ इंश्योरेंस जरूरी ,फायदे और क्या है नुकशान

Sumandeep Kaur
4 Min Read
why health insurance important

हेल्थ इंश्योरेंस एक तरह का फ़ाइनेंशियल सपोर्ट है जो मेडिकल इमरजेंसी, बीमारी या एक्सीडेंट के दौरान हेल्थकेयर खर्चों के लिए भुगतान करता है. हेल्थ इंश्योरेंस में अस्पताल में भर्ती होने, उपचार, सर्जरी, अंग प्रत्यारोपण आदि से संबंधित खर्चों की प्रतिपूर्ति की जाती है. हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलैस इलाज की भी सुविधा मिलती है.

हेल्थ इंश्योरेंस के कुछ फ़ायदे

60 साल से कम उम्र के व्यक्ति को स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम के लिए 25,000 रुपये तक की टैक्स छूट दी जाती है.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है.
कैशलेस क्लेम सेटलमेंट.
नो-क्लेम बोनस उपलब्ध.
बचत को सुरक्षित रखता है.

हेल्थ इंश्योरेंस के कुछ फ़ैक्टर:

न्यूनतम प्रवेश आयु के बच्चे: 3 महीने ,प्रवेश की अधिकतम आयु के बच्चे: 25 वर्ष ,वयस्क: 65 वर्ष.
बीमा राशि: 1.5 लीटर से 2 करोड़ रुपये, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आप, अपने पति या पत्नी, आश्रित माता-पिता, बच्चों सहित परिवार के अन्य सदस्यों के लिए ले सकते हैं।
प्रति परिवार प्रति वर्ष पारिवारिक फ्लोटर आधार पर कुल बीमा राशि 30,000/- रुपए होगी। सभी शामिल बीमारियों के लिए नकद रहित उपस्थिति। अस्‍पताल के व्‍यय, सभी सामान्‍य बीमारियों की देखभाल सहित कुछ निष्‍कासन संभव हैं। सभी पूर्व – मौजूद रोग शामिल किए जाएं।

हेल्थ इंश्योरेंस कब तक

सभी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान पहले से मौजूद बीमारियों को कवर करते हैं। लेकिन, इन्हें 48 महीने के बाद ही कवर किया जाता है। कुछ 36 महीने बाद इन्हें कवर करते हैं। हालांकि, पॉलिसी खरीदते वक्त ही पहले से मौजूद बीमारियों के बारे में बताना होता है।

हेल्थ इंश्योरेंस में क्या क्या सुविधा

हेल्थ इंश्योरेंस के कुछ बेहतरीन लाभ हैं डोमिसिलरी हॉस्पिटलाइजेशन, होम केयर ट्रीटमेंट, ऑर्गन डोनर खर्च कवरेज, इमरजेंसी रोड और एयर एम्बुलेंस कवर, क्रिटिकल इलनेस ट्रीटमेंट, लॉन्ग-टर्म पॉलिसी डिस्काउंट, नो-क्लेम बोनस और टैक्स बेनिफिट्स।

2023 में भारत में महिलाओं के लिए टॉप 5 हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

  • केयर जॉय प्लान
  • स्टार वूमेन केयर प्लान
  • मेरी: स्वास्थ्य महिला सुरक्षा
  • चोलामंडलम सर्व शक्ति योजना
  • न्यू इंडिया आशा किरण मेडिक्लेम पॉलिसी

इसमें मिलने वाली कवरेज व्यक्ति को किसी इमरजेंसी मेडिकल इलाज में वित्तीय मदद देगी. दूसरा ज्यादा लंबे समय में फायदा देगा. पॉलिसी लेने और नो क्लेम रिकॉर्ड बनाने से आपका ट्रैक रिकॉर्ड बनेगा. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में पहले से मौजूद बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड भी होता है, जो दो से चार साल तक का रह सकता।

हेल्थ इंश्योरेंस में 2 साल बाद कौन सी बीमारियां कवर होती है।

रक्तचाप, मधुमेह, थायरॉयड और अस्थमा जैसी बीमारियां इस लिस्ट का हिस्सा होती हैं। इन बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड आमतौर पर 2 से 4 साल तक होता है।

हेल्थ इंश्योरेंस नियम

अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में किए गए किसी भी मेडिकल खर्च को आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत बीमा राशि द्वारा कवर किया जाएगा। हेल्थ इंश्योरेंस आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80D के तहत कर लाभ प्रदान करता है। पॉलिसीधारक को पॉलिसी वर्ष में कोई क्लेम न करने के लिए विस्तारित कवरेज राशि मिलती है।

Share This Article
सुमनदीप कौर, जो bwoodtadka.com के साथ काम कर रही है, वह एक Hindi content Writer है, जिनके पास 5 साल के समाचार लेखन का विशेष अनुभव है। उन्होंने समाचार लेखन में अपनी योगदान दी है और उनका योगदान समाचार प्रशंसकों के लिए अत्यधिक मूल्यवान है।सुमनदीप कौर के द्वारा लिखे गए समाचार लेख बॉलीवुड, टेलीविजन, मनोरंजन और सेलेब्रिटी दुनिया से जुड़े होते हैं, और उनकी रचनाएँ पाठकों को नवाचारिक और महत्वपूर्ण समाचार प्रदान करती हैं। उनका विशेष ध्यान समाचार की सटीकता और विशेषज्ञता के प्रति है, जिससे वह अपने पाठकों को हमेशा सत्य और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं।सुमनदीप कौर के जैसे समाचार लेखकों का योगदान समाचार साहित्य में महत्वपूर्ण होता है, और उनकी निष्ठा और कौशल समाचार पत्रकारिता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्तर पर पहुँच गई है।
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *