No cost EMI क्या वाकई No cost है ? खरीदारी से पहले जान ले यह नियम और शर्तें

Smina Sumra
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No cost EMI: त्योहारी सीजन के दौरान कई कंपनियां और रिटेलर आकर्षक ऑफर्स के साथ अपने प्रोडक्ट को बेचते हैं। इनमें नो-कॉस्ट इक्वेटेड मंथली इंस्टालमेंट (EMI) योजनाएं भी शामिल हैं। नो-कॉस्ट ईएमआई (No cost EMI) ग्राहकों को बिना किसी अतिरिक्त ब्याज या शुल्क के इंस्टालमेंट पर प्रोडक्ट खरीदने की फैसिलिटी देती है।

जानिये नो कोस्ट EMI की असलियत

कई लोग अक्सर नए स्मार्टफोन, वाहन और गैजेट्स खरीदने के लिए त्योहारी सीजन की तलाश में रहते हैं। हालांकि, इस तरह की खरीदारी करने से पहले, आपको इस बारे में कुछ जानकारी होनी चाहिए कि जब आप खरीदारी के लिए नो-कॉस्ट ईएमआई (No cost EMI) या जीरो-कॉस्ट ईएमआई (Zero-cost EMI ) विकल्प चुनते हैं, तो आप उस प्रोडक्ट के लिए केवल मंथली इंस्टॉलमेंट का भुगतान करेंगे और कोई ब्याज या हिडन चार्जेस नहीं होगा। इसका मतलब है कि आप केवल प्रोडक्ट की ओरिजिनल कीमत का ही भुगतान करेंगे और इसे ईएमआई में विभाजित किया जाएगा। कई बैंक विभिन्न विकल्पों में नो-कॉस्टईएमआई (No cost EMI) सुविधा प्रदान करते हैं।

कुछ ऋणदाता विशिष्ट उत्पादों पर जीरो डाउन पेमेंट (zero down payment) भी प्रदान करते हैं जिसमें आपको कोई अग्रिम भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है और आप आसानी से मंथली इंस्टॉलमेंट में अपने मनचाहे प्रोडक्ट की कीमत का भुगतान कर सकते हैं। दूसरी ओर, कुछ बैंक डाउन पेमेंट के रूप में न्यूनतम राशि चार्ज करते हैं और शेष ईएमआई में भुगतान करना पड़ता है। नो-कॉस्ट EMI के साथ, आप आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग पुनर्भुगतान अवधि चुन सकते हैं। यह 3 महीने से लेकर 24 महीने तक हो सकता है। हालांकि, अगर यह योजना आपकी खरीदारी के लिए सबसे बेस्ट लगती है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

ब्याज की जगह देनी पड़ती है ये कीमत

नो-कॉस्ट ईएमआई (No cost EMI) में, मूल राशि पर कोई ब्याज नहीं है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप केवल प्रोडक्ट की ओरिजिनल कीमत का भुगतान करेंगे। कुछ डीलर इस योजना के लिए प्रोसेसिंग फीस (processing fee) लेते हैं। इसके अलावा इस तरह की स्कीम का चुनाव करने पर अक्सर आपको उस प्रोडक्ट पर छूट नहीं मिलती, जिसका फायदा आप बिना स्कीम के ले सकते थे।

नो-कॉस्ट ईएमआई पर प्रोडक्ट खरीदने से पहले इन पहलुओं पर विचार करें। इसके अलावा हमेशा सलाह दी जाती है कि खरीदारी से पहले नियम और शर्तें पढ़ लें। इससे आपको बाद में परेशान नहीं होना पड़ेगा।

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