वन्नियार संगम के राज्य अध्यक्ष पुथा अरुलमोझी ने अभिनेता सूर्या, ज्योतिका, अमेजन प्राइम वीडियो और निर्देशक टीजे गननावेल को बिना शर्त माफी मांगने और ‘जय भीम’ से कथित रूप से वन्नियार समुदाय की छवि को खराब करने वाले दृश्यों को हटाने की मांग की है। इसके लिए पुथा ने टीम को लीगल नोटिस भी भेजा है। आपको बता दें कि ‘जय भीम’ एक ऐसी फिल्म है जिसमें इरुलर जनजाति के बारे में दिखाया गया है । फिल्म में ये दिखाया गया है कि इस जनजाति के लोगों को हिरासत में लेकर कड़ी यातनाएं दी जाती हैं।
वन्नियार पार्टी की लीगल टीम पट्टाली मक्कल काची के प्रमुख वकील बालू ने अमेजन समेत कलाकारों को नोटिस भेजा है। नोटिस में ये कहा गया है कि पुथा अरुलमोझी का मानना है कि जय भीम में दिखाए गए कुछ दृश्यों से वन्नियार समुदाय को बदनाम करने की कोशिश की गई है।
नोटिस में एक दृश्य के बारे में बताया गया है जहां अग्नि कुंडम (एक बर्तन से निकलने वाली आग) एक कैलेंडर पर छपी हुई दिखाई देती है. उन्होंने कहा, अग्नि कुंडम वन्नियारों का प्रतीक है, उन्होंने दावा किया है कि निर्माताओं ने जानबूझकर कैलेंडर रखा था। नोटिस में ये भी कहा गया है कि फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाले सब – इंस्पेक्टर का नाम गुरुमूरथी है ।
5 करोड़ के मुआवजे की मांग
वन्नियारों की तरफ से मांग उठाई गई है कि फिल्म से अग्निकुंडम की तस्वीर हटा दी जाए। जय भीम की पूरी टीम को 24 घंटे के अंदर समाज से सार्वजनिक रुप से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि सभी ने छवि खराब करने का काम किया है। नोटिस में ये कहा गया है कि मुवक्किल के समुदाय के खिलाफ झूठी, दुर्भावानपूर्ण और मानहानिकारक टिप्पणियों को प्रकाशित होने से रोकने के लिए कहा गया है और इस नोटिस के मिलने के 7 दिन के अंदर 5 करोड़ रूपये का भुगतान करने की शर्त भी रखी गई है।
पीएमके नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनबूमनी ने कुछ दिन पहले फिल्म को लेकर कई सवाल पूछे थे। इसके अलावा वन्नियार समुदाय के कई लोगों ने सूर्या को खुले तौर पर माफी मांगने की धमकी दी थी। ऐसा नहीं करने पर अभिनेता की फिल्मों को प्रदर्शित करने वाले थिएटरों को जलाने की धमकी भी समाज ने दे रखी है। हालांकि सूर्या ने दावों का खंडन करते हुए एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा था कि मैं सिर्फ अपना काम कर रहा हूं और मेरा उद्देश्य किसी भी समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं है।