जानें लीवर फेलियर के कारण, लक्षण और इससे बचाव के बारे में…

Smina Sumra
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Liver Damage Symptoms

लीवर फेलियर एक बहुत गंभीर बीमारी है। क्योंकि लीवर शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है। लीवर फेलियर से पूरी शारीरिक स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए ससमय इसका इलाज़ ज़रूरी है।

Liver failure: लीवर शरीर का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। इसके फेल होने पर जीना संभव नहीं है। लीवर शरीर में कई तरह के कार्य करता है। यह शरीर में भोजन को उर्जा और पोषक तत्वों में परिवर्तित करता है। और यह रक्त को भी साफ़ करने और प्रोटीन का उत्पादन करने में सहायक होता है। लीवर का काम शरीर में संक्रमण से लड़ना भी होता है। इस तरह लीवर शरीर के सभी कार्यों को सामान्य तरीके से करने में मदद करता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनका लीवर फेल (Liver Damage Symptoms) हो जाता है यानी काम करना बंद कर देता है। यह एक बहुत गंभीर समस्याओं में से एक है। स्थिति ज़्यादा बिगड़ने पर कई बार लीवर ट्रांसप्लांट करने की नौबत आती है। लीवर ख़राब होने की समस्या में कई लोगों की मृत्यु तक हो जाती है।

लीवर फेल (Liver Damage Symptoms) होने के पीछे कई कारण होते हैं। इसलिए ज़रूरी है सही समय पर इसके लक्षणों को जानकर इस समस्या की पहचान करना। आख़िर लीवर फेलियर क्या होता है, इसके कितने प्रकार हैं, और यह क्यों होता है? और लीवर फेलियर के लक्षण कौन-कौन से होते हैं? या इससे बचाव के कौन-कौन से उपाय हैं? इसलिए आज हम इन सारे विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

लिवर फेलियर किसे कहते हैं? (What is liver failure)

लीवर खराब होने की स्थिति में लीवर का एक बड़ा हिस्सा ख़राब हो जाता है। ऐसी स्थिति में लीवर ठीक से अपना काम नहीं कर पाता है। इसका इलाज भी संभव नहीं होता है। इस समस्या में डॉक्टर को तुरंत दिखाना बहुत जरूरी होता है। वैसे लीवर फेलियर की समस्या अचानक नहीं होती। कई साल लग जाते हैं लीवर को धीरे धीरे ख़राब होने में।

लीवर फेलियर के प्रकार (Types of liver failure)  

लीवर फेलियर के दो मुख्य प्रकार होते हैं। पहला है एक्यूट लिवर फेलियर और दूसरा है क्रॉनिक लिवर फेलियर। आइए जानते हैं इन दोनों के बारे में विस्तार से।

1. एक्यूट लिवर फेलियर (Acute liver failure)

एक्यूट लिवर फेलियर, लीवर फेलियर का ही एक प्रकार है। एक्यूट लिवर फेलियर में लीवर बहुत तेज़ी से प्रभावित होना शुरू हो जाता है। लिवर फेलियर के इस प्रकार के अंतर्गत हफ्ते के अंदर ही कई समस्याएं शुरू होने लगती हैं। इनमें पीलिया, लीवर एंजाइम, थक्के विकार जैसे लक्षण शामिल है। इसमें डॉक्टर की सलाह पर अगर तुरंत इलाज़ शुरू नहीं किया गया तो स्थिति गंभीर हो जाती है। कई बार लीवर की स्थिति देखकर डॉक्टर लीवर ट्रांसप्लांट (Liver transplant) की सलाह दे देते हैं। एक्यूट लिवर फेलियर एक ऐसा प्रकार है जिससे किसी भी उम्र के लोग प्रभावित हो सकते हैं।

2. क्रॉनिक लिवर फेलियर (Chronic liver failure)

क्रॉनिक लीवर फेलियर के अंतर्गत व्यक्ति का लीवर धीरे-धीरे डैमेज होना शुरू होता है। इसके लक्षण तुरंत समझ में नहीं आते हैं। बल्कि इसके लक्षण दिखने में कुछ महीने या वर्षों भी लग जाते हैं। क्रॉनिक लीवर फेलियर होने का मुख्य कारण है फैटी लीवर (Fatty liver)। क्रॉनिक लीवर फैलियर होने के पीछे का कारण शराब पीना, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इस स्थिति में क्रॉनिक लीवर फेलियर बहुत घातक साबित हो सकता है। इसलिए इसके लक्षण का पता चलते ही तुरंत इसका इलाज शुरू करा लें।

लीवर फेलियर के लक्षण (Symptoms of liver failure)

लीवर फेलियर के कई लक्षण होते हैं। जिनके द्वारा आप लीवर फेलियर का पता लगा सकते हैं। इसके कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार है-

:- मांसपेशियों में कमी

:- भूख कम लगना

:- वज़न कम होना

:- आंखों में पीलापन होना

:- थकान और कमज़ोरी

:- खुजली

:- सूजन

:- मतली

:- पेट और पैरों में तरल पदार्थों का निर्माण इत्यादि।

लीवर फेलियर के कारण (Causes of liver failure)

लीवर फेलियर यानी लीवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। जानें कुछ मुख्य कारणों को-

:- लीवर को कोई लंबी बीमारी

:- सिरोसिस

:- वायरल हेपेटाइटिस

:- अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करना

:- अल्कोहल के कारण होने वाली लीवर की बीमारी इत्यादि।

लीवर फेलियर से बचाव के कुछ उपाय (Some prevention tips for liver failure)

:- दूसरे का रेजर, सुई, इंजेक्शन इत्यादि कभी शेयर ना करें।

:- हेपेटाइटिस के लिए टीका लगवाएं

:- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें

:- नशीली दवाइयों का सेवन नहीं करें

:- ज़हरीले रसायनों से अपनी त्वचा को बचाएं

:- जंक फूड फास्ट फूड इत्यादि से परहेज करें।

लीवर फेलियर को लेकर डॉक्टर्स का मानना है कि लीवर फेलियर का इलाज पहले दवाओं, आहार और व्यक्ति के जीवनशैली में बदलाव करके किया जाता है। इसके बावजूद भी अगर स्थिति में सुधार नहीं होती है तो डॉक्टर लीवर ट्रांसप्लांट करने को कहते हैं।

इस तरह अगर आपको लीवर फेलियर के कोई भी लक्षण नजर आए तो आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें। लीवर फेलियर के किसी भी लक्षण को नजरअंदाज नहीं करें। डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों और आहारों का सेवन करते रहें।

 

 

 

 

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