जानें शरीर में प्लेटलेट्स कम होने के 11 लक्षणों को….

Smina Sumra
6 Min Read
Low platelets in the body

शरीर में प्लेटलेट्स कम होने पर आप कई लक्षणों के द्वारा इसे जान सकते हैं। शरीर में इसकी कमी से कई समस्याएं होती हैं। आप भी जाने इन लक्षणों के बारे में। 

शरीर में हर चीज़ का सामान्य मात्रा में होना ज़रूरी होता है। उसमें एक नाम प्लेटलेट्स का भी है। प्लेटलेट्स की कमी होने पर कई गंभीर समस्याएं हो जाती हैं। प्लेटलेट्स कम होने के कई लक्षण हैं। इन लक्षणों के द्वारा हमें पता चल जाता है कि शरीर में प्लेटलेट्स की कमी है। वैसे तो शरीर में तीन तरह के ब्लड सेल्स होते हैं, जिनमें लाल रक्त कोशिकाएं, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स हैं। ये ब्लड कोशिकाएं प्लाज्मा नामक द्रव में तैरती रहती हैं।

जब कभी शरीर में चोट लग जाती है या कहीं कट जाता है तो प्लेटलेट्स की कोशिकाएं ब्लड को थक्के के रूप में बदल देती हैं। इससे खून निकलना बंद हो जाता है। यही कारण है कि शरीर में प्लेटलेट्स (Low platelets in the body) का रहना ज़रूरी होता है। शरीर में अगर प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है तो ब्लड के थक्के नहीं बन पाते हैं। इससे कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आज हम जानेंगे शरीर में प्लेटलेट्स कम होने के कारण और लक्षणों के बारे में।

कई ऐसी बीमारियां हैं जिनकी वजह से शरीर में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। इनमें एक नाम डेंगू भी है। ऐसी स्थिति में प्लेटलेट्स कम होने के लक्षणों को जानना बहुत ज़रूरी होता है। ताकि समय रहते इन समस्याओं का इलाज हो सके। आइए सबसे पहले जानते हैं कि प्लेटलेट्स कम होने के क्या कारण हो सकते हैं?

शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के कारण (Low platelets count causes in body)

डेंगू के अलावा कई ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है, जैसे-

:- ब्लड में बैक्टीरियल संक्रमण के कारण।

:- अस्थि मज्जा की परेशानी के कारण प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं।

:- शरीर में प्लेटलेट्स नष्ट हो जाने पर भी प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है।

:- आईडियोपैथिक थ्रोंबोसाइटोपेनिक पुरपुरा (Idiopathic thrombocytopenic purpura) के कारण:- यह एक ऐसी गंभीर समस्या है जिसमें शरीर में कहीं भी खरोच लग जाने पर काफ़ी मात्रा में ख़ून निकलने लगता है।

:- हिमोलाइटिक यूरिमिक सिंड्रोम (Hemolytic uremic syndrome)

:- डिसेमिनेटेड इंट्रावस्कुलर कोयग्यूलेशन (Disseminated intravascular coagulation)

:- हाइपरसप्लेनिज्म (Hypersplenism)

:- स्वप्रतिरक्षित रोग (Autoimmune disorder)

:- कीमोथेरेपी लगाने वाले लोगों के शरीर में भी प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है।

शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के लक्षण (Low platelets count symptoms in body)

कभी-कभी तो बिना किसी समस्या के ही यानी सामान्य स्थितियों में ही शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है। लेकिन कुछ गंभीर बीमारियों में इसकी संख्या में तेजी से कमी आने लगती है। इसलिए इसके लक्षणों को जानना ज़रूरी है। तभी किसी गंभीर समस्या से बचा जा सकता है। जानते हैं इसके कुछ लक्षणों के बारे में-

:-ज्यादा खरोंच लग जाना या खरोंच का काफ़ी गंभीर स्थिति में हो जाना।

:- त्वचा पर नीले, लाल या बैगनी रंग के छोटे-छोटे निशान हो जाना।

:- मसूडों और नाक से ज़्यादा मात्रा में ख़ून निकलना।

:- मल जाने के दौरान मल का रंग काला या लाल दिखना।

:- यूरिन का लाल या गुलाबी रंग होना।

:- ख़ून के साथ उल्टी का होना।

:- मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द होना।

:- कभी-कभी कमज़ोरी या चक्कर की तरह महसूस होना।

:- पीरियड्स के समय महिलाओं को सामान्य से ज़्यादा ब्लीडिंग होना।

:- सर में बहुत ज़्यादा दर्द की समस्या का होना।

:- लंबे समय तक घाव से ख़ून निकलना या फिर ख़ून का निकलना बंद नहीं होना।

शरीर में प्लेटलेट्स कम होने के कुछ गंभीर लक्षण (Some serious symptoms of low platelets in the body)

शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी होने पर आपको और भी कई गंभीर लक्षण देख सकते हैं। इस दौरान अगर आपके यूरिन या मल से ब्लड आ रहा हो आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें। या अगर आपको गहरे लाल रंग की उल्टी होना जैसा गंभीर लक्षण दिखाई दे तो भी आप तुरंत किसी डॉक्टर से दिखाएं। ताकि कोई गंभीर बीमारी का रिस्क ना हो।

कभी-कभी कुछ लोगों को आंतरिक रुप से भी ब्लीडिंग हो सकती है। ऐसी स्थिति में तो डॉक्टर से दिखाना और भी ज़रूरी हो जाता है। जब आंतरिक रूप से ब्लीडिंग होता है तो इसमें सिर में तेज़ दर्द और तंत्रिका संबंधी परेशानी हो सकती है।

इसके अलावा शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी होने पर आपको सिर दर्द बहुत ज्यादा ब्लीडिंग कमज़ोरी जैसे कई लक्षण दिख सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नज़र आए तो आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें।

 

 

 

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