कपूर खानदान बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान रखता है। पृथ्वीराज कपूर, शशि कपूर, रणधीर कपूर, शम्मी कपूर और ऋषि कपूर जैसे बड़े दिग्गज कलाकारों ने कपूर खानदान को हिंदी सिनेमा में एक नई पहचान दी।
आज भी कपूर खानदान का हर एक सदस्य फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है। वहीं 90 के दशक में लोगों के दिलों पर राज करने वाली अभिनेत्री करिश्मा कपूर को लेकर यह धारणा है कि करिश्मा ‘कपूर खानदान’ की एकलौती बेटी है जिन्होंने पृथ्वीराज की परंपरा तोड़कर फिल्मों में काम किया है।
कहा जाता है कि करिश्मा कपूर से पहले कपूर खानदान की किसी महिला ने फिल्मों में काम नहीं किया था और ना ही कपूर खानदान में बहू-बेटियों को फिल्म में काम करने की इजाजत थी। रिपोर्ट की मानें तो इस परंपरा को पृथ्वीराज कपूर ने बनाया था जिसे तोड़ने की हिम्मत किसी में नहीं थी। लेकिन कहा जाता है कि करिश्मा कपूर इस परंपरा को तोड़कर अपना हुनर दिखाने में कामयाब रही थी।
लेकिन यह पूरा सच नहीं है, करिश्मा नहीं बल्कि कोई और कपूर खानदान की लड़की थी जिन्होंने पृथ्वीराज की इस परंपरा को तोड़ दिया था और सुनहरे पर्दे पर एक्टिंग का जौहर दिखाया था। आइए जानते हैं कौन है वह अभिनेत्री..?
बता दें कि, करिश्मा कपूर बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखने वाली कपूर खानदान की दूसरी बेटी है। बल्कि पहली बेटी जाने-माने अभिनेता शशि कपूर की बेटी संजना कपूर है। जी हां.. आपने इनके बारे में कम ही सुना होगा लेकिन करिश्मा नहीं बल्कि संजना कपूर ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाली कपूर खानदान की पहली महिला थी। शशि कपूर और जेनिफर कैंडल तीन बच्चों के माता-पिता थे। उनके बच्चों का नाम करण कपूर, कुणाल कपूर और बेटी संजना कपूर है।
बता दें, शशि कपूर ने अपने प्रॉडक्शन हाउस के जरिए फिल्म ’36 चौरंगी लेन’ बनाई थी जिसमें उन्होंने बेटी संजना को भी कास्ट किया था। यूं तो इस फिल्म में बतौर अभिनेत्री शशि कपूर की पत्नी जेनिफर केंडल थी लेकिन उनके बचपन का किरदार बेटी संजना ने निभाया था। इस दौरान संजना की उम्र महज 14 साल थी। इसके बाद 17 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘उत्सव’ में काम किया। यह फिल्म साल 1984 में रिलीज हुई थी जिसमें बतौर अभिनेत्री रेखा दिखाई दी थी।
इसके बाद संजना कपूर को बतौर अभिनेत्री साल 1989 में रिलीज हुई फिल्म ‘हीरो हीरालाल’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म में वह अभिनेता नसरुद्दीन शाह और अमिताभ बच्चन जैसे बड़े सुपरस्टार के साथ नजर आई थी। संजना ने साल 1988 में आई मीरा नायर की फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ में भी अपनी एक्टिंग का हुनर दिखाया था। इतना ही नहीं बल्कि संजना कपूर की इस फिल्म को भारत की तरफ से 61वें एकेडमी अवार्ड्स यानी ऑस्कर के ‘इंटरनेशनल फीचर फिल्म’ की कैटेगरी में शामिल किया गया था।
बड़े पर्दे के साथ-साथ संजना कपूर ने टीवी पर अमूल इंडिया शो को भी करीब 3 साल तक होस्ट किया। इसके बाद वह साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म ‘अरण्यक’ में वह आखिरी बार दिखाई दी। फिर धीरे-धीरे फिल्मी दुनिया से दूरी बना कर वह अपने दादा पृथ्वीराज कपूर के ‘पृथ्वी थिएटर’ से जुड़ी और साल 2011 तक उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से इसका काम संभाला।
शुरुआत से ही संजना की दिलचस्पी थिएटर में रही है, ऐसे में उन्होंने साल 2012 में ‘जुनून थिएटर’ शुरू किया जिसके लिए उन्हें फ्रेंच अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। इन दिनों संजना फिल्म इंडस्ट्री से दूर है और वह पार्टी, इवेंट्स में भी कम नहीं नजर आती है।
वहीं बात करें करिश्मा की तो उन्होंने मात्र 17 साल की उम्र में फिल्म ‘प्रेम कैदी’ से एक्टिंग की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने ‘राजा हिंदुस्तानी’, राजा बाबू , हीरो नंबर- 1, बीवी नंबर-1 जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी। खासा बात यह है कि, करिश्मा ने अपने करियर में बॉलीवुड के हर बड़े सुपरस्टार के साथ काम किया है और आज वह कपूर खानदान की सबसे बड़ी महिला सुपरस्टार मानी जाती है।