दोस्तो भारतीय टीम में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज और गेंदबाज है और सभी टीम में अपनी जगह बनाने के लिए काफी मेहनत कर रहे है। ऐसा ही एक खिलाड़ी है संजू सैमसन, जो की काफी लंबे समय से भारतीय टीम के रेगुलर बल्लेबाज बनने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने भारतीय टीम के लिए कुछ मैच खेले है और अच्छा प्रदर्शन किया है। संजू सैमसन उनके फैंस के लिए भगवान के बराबर है। संजू सैमसन की क्रिकेट से जुड़ी तो बहुत सी बाते कर ली है, लेकिन आज हम संजू सैमसन के परिवार और उनकी शादी के बारे में बात करने वाले है।
संजू सैमसन का जन्म 11 नवंबर 1994 को केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ था। उनका पूरा नाम संजू विश्वनाथ सैमसन है। संजू पहले क्रिकेट में नही आना चाहते थे वो पहले IPS ऑफिसर बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत को यह मंजूर नहीं था। फिर रुख बदला और वह क्रिकेट में अच्छा करने लगे और इसी ने उनकी जिंदगी बना दी। संजू सैमसन एक धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में खेलते है। इसके पीछे उनके पिता संजू विश्वनाथ का हाथ है। क्योंकि वो ही संजू को भारतीय टीम के लिए खेलता हुआ देखना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने अपनी कांस्टेबल की जॉब भी छोड़ दी।
संजू सैमसन की माताजी का नाम लिजी विश्वनाथ है। वह एक हाउसवाइफ है। उनके पिता पुलिस में एक कांस्टेबल है। उन्होंने संजू के क्रिकेट के लिए अपनी नौकरी भी छोड़ दी। आपको बता दे कि संजू के पिताजी भी क्रिकेट खेला करते थे, लेकिन वो इतना नाम नही कमा पाए और अपने सपने को अपने बेटे के जरिए पूरा करने का सोचा।
संजू की लव स्टोरी
संजू सैमसन की लव स्टोरी भी सोशल मीडिया में काफी वायरल हुई है। आप लोगों को बता दें कि संजू सैमसन की गर्लफ्रेंड और कोई नहीं बल्कि उनकी क्लासमेट ही थी. दोनों एक साथ एक ही कॉलेज में पढ़ाई करते थे और एक दूसरे को दिल दे बैठे. एक दूसरे को करीब 5 साल तक डेट करने के बाद इन दोनों ने सात फेरे लेकर शादी कर ली.
अपनी क्लासमेट चारुलता को 5 साल तक वेट करने के बाद संजू सैमसन ने 5 दिसंबर 2021 को शादी कर ली.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संजू सैमसन की वाइफ चारु लता ने बीएससी और हुमन रिसोर्सेस से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ले रखी है.
संजू सैमसन का घरेलू क्रिकेट करियर
भारतीय टीम के वर्तमान खिलाड़ी संजू सैमसन ने केरल-13 की तरफ से खेलते हुए अपनी पांच पारियों में चार शतक लगाए थे. इसके बाद एक बार फिर से संजू सैमसन को केरल की टीम से ही अंडर 16 में खेलने का मौका मिला और इस बार वह बतौर कप्तान खेल रहे थे.
संजू सैमसन के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए चुना गया. इस दौरान भी संजू सैमसन ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 200 रनों की पारी खेली. उन्हें अपनी इसी बेहतरीन पारी के कारण उन्हें रणजी ट्रॉफी में 15 साल की उम्र में खेलने का मौका मिल गया. इस के बाद उन्हें अंडर-19 टीम की कप्तानी करने का मौका भी मिला. इसके बाद साल 2012 में विजय हजारे ट्रॉफी भी खेली.
संजू सैमसन का इंटरनेशनल करियर
इस घातक बल्लेबाज की शानदार बल्लेबाजी को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें भारतीय टीम में खेलने का अवसर भी प्रदान किया. इसके बाद 19 जुलाई 2015 को जिंबाब्वे के खिलाफ उन्हें अपना डेब्यू मैच खेलने का मौका मिला. जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने डेब्यू मुकाबले में उन्होंने 19 रन बनाए.
उन्हें 23 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिला. लेकिन अभी तक संजू सैमसन को चयनकर्ताओं ने टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं दिया.