21वीं सदी में भी कुछ लोग अंधविश्वास में यकीन रखते हैं। ऐसा ही कुछ आंध्र प्रदेश के एक गांव में देखने को मिला। दरअसल, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के वेनेलावलसा गांव में लोगों ने एक पिशाच के डर से खुद ही सख्त लॉकडाउन लगा दिया। दरअसल इस गांव में पिछले दिनों कुछ लोगों की बुखार आने के बाद मौत हो गई। इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल हो गया।
मांस खाने वाला पिशाच
रिपोर्ट के अनुसार, गांववालों का मानना है कि ये काम मांस खाने वाले पिशाच का है। इसी वजह से पिशाच से छुटकारा पाने के लिए यहां लोगों ने इतना सख्त लॉकडाउन लगाया है कि कोरोना काल में भी नहीं लगा होगा। अब इस गांव में ना तो बाहर से कोई व्यक्ति आ सकता है और ना ही गांव का कोई व्यक्ति बाहर जा सकता है।
पिशाच पर असर करेगा लॉकडाउन!
इस गांव के लोगों का मानना है कि ये लॉकडाउन बुरी आत्माओं पर असर करेगा और गांववालों को उनसे छुटकारा मिल जाएगा। ऐसे में गांव में सरकारी कार्यालय भी बंद रहा। गांव में कोई बाहर से न आ सके इसलिए बाड़ लगाई है। यहां तक कि स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद कर दिए गए, क्योंकि कर्मचारियों, मेडिकल स्टाफ और टीचर्स को गांव में आने की परमिशन नहीं है।
पुजारियों ने सलाह पर किया ऐसा
गांववालों का कहना है कि लोगों की मौत बुरी आत्माओं की वजह से हो रही है। ऐसे में यहां के लोगों ने कथित तौर पर ओडिशा और पड़ोसी विजयनगरम जिले के पुजारियों से सलाह ली, जिन्होंने लॉकडाउन का सुझाव दिया। ऐसे में पुजारियों की सलाह पर गांव की चारों दिशाओं में नींबू लगाए गए और 8 दिनों के लिए लॉकडाउन लागू किया गया।
गांव के बाहर चस्पा की चेतावनी
लोगों ने गांव की ओर जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया है। साथ ही एक चेतावनी भी चस्पा कर दी है, जिसमें लिखा है कि बाहरी लोगों को गांव में आने की अनुमति नहीं है और गांव में रहने वालों को भी घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। इस घटना से जिले में हड़कंप मच गया। जहां कई लोगों ने इस प्रथा पर सवाल उठाया, वहीं कइयों ने इस पर विश्वास किया।