आलीशान शूटिंग सेट्स, शाही कॉस्ट्यूम और ग्रैंड कहानी… बॉलीवुड के फिल्ममेकर सूरज बड़जात्या अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों के दिलों पर गहरा असर छोड़ जाते हैं. आज उनके जन्मदिन के मौके पर जानिए उन्हें इंडस्ट्री के ‘संस्कारी डायरेक्टर’ का टैग क्यों मिला है?
धमाकेदार शुरुआत
सूरज बड़जात्या ने फिल्मी करियर की शुरुआत 1989 में फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ के निर्देशन से की थी. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. इसके बाद उन्होंने ‘हम आपके हैं कौन’, ‘हम साथ-साथ हैं’, ‘विवाह’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ जैसी फिल्में दी हैं.
सलमान को बनाया सुपरस्टार
सूरज बड़जात्या की पहली फिल्म ने ना सिर्फ सलमान को सुपरस्टार बना दिया था बल्कि भाग्यश्री को भी धमाकेदार डेब्यू दिया था
हर कहानी का हीरो ‘प्रेम’
दिलचस्प बात ये है कि सूरज हर फिल्म में अपने हीरो का नाम प्रेम रखते हैं. अपने किरदारों का नाम ‘प्रेम’ रखने के पीछे की वजह भी उन्होंने बताई थी. सूरज का कहना है कि ‘प्रेम’ एक ऐसे मर्द को दर्शाता है जिसके पास मूल अधिकार हैं, जो पारंपरिक जड़ों से जुड़ा हुआ है, जो मस्ती करता है लेकिन अपने परिवार के साथ रहना पसंद करता है और दिल का भी बेहद अच्छा है.
‘संस्कारी डायरेक्टर’ का टैग
सूरज बड़जात्या को अपने पारिवारिक किरदारों और कहानी की वजह से ‘संस्कारी डायरेक्टर’ का टैग मिला है. उनकी फिल्मों में नैतिक मूल्यों वाले नायक- नायिकाओं को देखा जा सकता है जिन्हें सूरज पर्दे पर बेहद खूबसूरती से उतारते हैं. उनकी फिल्मों का विलेन भी कुछ ऐसा ही होता है जिसे आखिर में अपने पारिवारिक मूल्यों का एहसास हो जाता है
आने वाली फिल्म
बीते काफी दिनों से सूरज बड़जात्या की नई फिल्म को लेकर काफी चर्चाएं हैं. सूरज ने इसका ऐलान तो नहीं किया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इसकी कहानी को लेकर काम चल रहा है और इस बार उनकी फिल्म चार अलग-अलग किरदारों पर आधारित होगी