पंडितों के अनुसार भद्रा लगने के बाद भी 11 अगस्त को राखी बांधना क्यों शुभ माना गया है?

Mahaveer Nagar
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रक्षाबंधन का त्यौहार 11 अगस्त श्रावण शुल्क की पूर्णिमा को मनाया जाएगा लेकिन लोग शुभ मुहूर्त को लेकर काफी कंफ्यूज है.भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार इस साल 11 अगस्त दिन गुरुवार को मनाया जाएगा. रक्षा बंधन का त्योहार इसलिए भी खास होने वाला है, क्योंकि इस बार त्योहार रवि योग में मनाया जाएगा. आइए आपको इसकी परंपरा और शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से बताते हैं.

पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि जब भद्रा पाताल में होती है तो इस दौरान राखी बांधी जा सकती है. ऐसा करना शुभ फलदायी माना जाता है. पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि 11 अगस्त 2022 को 10 बजकर 37 मिनट के बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी, पूर्णिमा तिथि में ही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. इसके साथ ही शुक्ल यजुर्वेदी ब्राह्मणों का उपाक्रम संस्कार भी 11 अगस्त को ही किया जाएगा.

पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि भद्रा के समय राखी बांधना अशुभ माना जाता है.लेकिन इस साल भद्रा का वास पाताल लोक में है. इसका पृथ्वी लोक कोई असर नहीं पड़ेगा 12 तारीख को सुबह 7 बजे के आसपास पूर्णिमा तिथि समाप्त होकर प्रतिपदा तिथि लग जाएगी. प्रतिपदा तिथि में राखी नहीं बांधी जाती है. ऐसे में इस साल रक्षा बंधन का पर्व 11 अगस्त 2022 गुरुवार के दिन ही मनाया जाएगा. भद्रा पाताल लोक में होने की वजह से शुभ फलदायी साबित होगी.

रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त

रक्षा बंधन पर अबूझ मुहूर्त को ध्यान में रखकर राखी बांधना शुभ माना जाता है. इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. इस दिन सुबह 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक रवि योग रहेगा. जबकि शाम 06 बजकर 55 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक अमृत योग रहेगा. रक्षा बंधन के त्योहार में भद्रा का विशेष ध्यान रखा जाता है.

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