फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर गायिका श्रेया घोषाल आज अपना 38वां जन्मदिन मना रही है। 12 मार्च 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जन्मी श्रेया घोषाल आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अपनी सुरीली आवाज से लोगों का दिल जीतने वाली श्रेया घोषाल यूं तो कई पुरस्कार और उपलब्धि अपने नाम कर चुकी हैं। लेकिन अपनी मधुर आवाज के लिए पहचानी जाने वाली श्रेया के नाम एक ऐसी भी उपलब्धि दर्ज है, जिसे उन्होंने देश नहीं बल्कि विदेश में हासिल किया था। श्रेया घोषाल के गानों के दीवाने तो बहुत हैं, लेकिन गायिका के प्रशंसकों में एक नाम यूएस गवर्नर का नाम भी शामिल है।
मनाया जाता है ‘श्रेया दिवस’
महज छह साल की उम्र से संगीत सीखने वाली श्रेया के नाम पर एक दिन समर्पित किया गया है। सुरों की मल्लिका कही जाने वाली श्रेया घोषाल के सम्मान में हर साल ‘श्रेया दिवस’ मनाया जाता है लेकिन खास बात यह है कि सिंगर को यह सम्मान अपने देश नहीं बल्कि अमेरिक में मिला है। बात साल 2010 की है जब मशहूर भारतीय गायिका ने गर्मियों के दिनों में अमेरिका का दौरा किया था।
इस दौरान श्रेया को ओहायो राज्य की ओर से एक दुर्लभ सम्मान मिला था। गवर्नर टेड स्ट्रिकलैंड ने 26 जून को ‘श्रेया घोषाल डे’ मनाने का एलान किया था। गर्वनर के इस घोषणा के बाद से ही हर साल 26 जून को अमेरिकन सिटी ओहियो में ‘श्रेया घोषाल डे’ मनाया जाता है। सिंगर को मिले इस सम्मान ने ना सिर्फ श्रेया का बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
बॉलीवुड की मशहूर सिंगर श्रेया घोषाल का जन्म 12 मार्च 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। हालांकि, उनका पालन- पोषण राजस्थान के रावतभाटा में हुआ। उन्होंने छह साल की उम्र में शास्त्रीय संगीत का औपचारिक प्रशिक्षण शुरू कर दिया था। पढ़ाई के साथ-साथ सुरों की तालीम लेने वाली श्रेया घोषाल ने सोलह वर्ष की आयु में संगीत रियलिटी शो ‘सा रे गा मा’ को जीत लिया था।
करियर की बात करें तो श्रेया ने साल 2000 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ में गाना गाकर लोगों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर नहीं देखा और इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक गाने दिए। घोषाल ने कविता कृष्णमूर्ति, उदित नारायण जैसे स्थापित गायकों के साथ, “सिलसिला ये चाहत का”, “बैरी पिया”, “मोरे पिया” और “डोला रे डोला” जैसे पांच गाने गाए।